इस विशेष पहल में होटल और मैरिज लॉन संचालकों ने भी अद्वितीय सहयोग दिया। आमतौर पर रोशनी और चकाचौंध से जगमगाते ये स्थल भी रात 9 बजे से 9:20 बजे तक पूरी तरह अंधेरे में डूब गए।
होटल एवं मैरिज लॉन संगठन के अध्यक्ष राजा आनंद ज्योति सिंह ने बताया कि, “हम सबने मिलकर यह निर्णय लिया कि शादी-विवाह जैसे आयोजनों को भी 20 मिनट के लिए पूरी तरह स्थगित कर देंगे। चाहे वह स्टेज की लाइट हो, साउंड सिस्टम, रोड डेकोरेशन या दूल्हे की बारात – सबने देशहित में अंधेरे को अपनाया।”
उन्होंने आगे बताया कि “कई बारातें सड़कों पर थीं, दूल्हे की गाड़ियाँ चल रही थीं, लेकिन जैसे ही 9 बजे ब्लैकआउट शुरू हुआ – हर किसी ने बिना किसी हिचकिचाहट के लाइटें बंद कर दीं और खामोशी से 20 मिनट राष्ट्र के नाम समर्पित कर दिए।”
शादी के लिए तैयार गाड़ी के अंधेरे में बैठे दूल्हे रमेश ने बताया कि सरकार का यह निर्णय का हम पूर्णता रूप से समर्थन करते हैं केवल 20 मिनट की बात है यह भी एक ऐतिहासिक और सुखद पहलू है।
यह नज़ारा न सिर्फ मऊ, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बना कि जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा और देश के मान की हो, तो हर नागरिक आगे बढ़कर योगदान देता है – फिर चाहे वह आम नागरिक हो या व्यवसायी।
प्रशासन ने भी होटल संगठनों के इस फैसले की सराहना की और इसे “नागरिक जिम्मेदारी की एक अनुकरणीय मिसाल” बताया।