यूपी से आ रही अवैध शराब
माफिया शहर में यूपी से शराब की खेप लाकर खपा रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि आबकारी विभाग के अलावा पुलिस भी प्रतिबंध के बाद भी बिक रही शराब पर पूरी तरह से आंखें मूंदे है। नगर भर में 20 से अधिक स्थलों पर शराब बेची जा रही है, चिंताजनक ये है कि जिम्मेदार विभागों के अफसरों को इसकी भनक तक नहीं है। बता दें कि एमपी के मुकाबले यूपी में 30 फीसदी शराब की दरें कम हैं। ऐसे में माफिया बड़े पैमाने पर शराब की खेप दतिया लाकर खपा रहे हैं।घर से शराब बेचने वाले विक्रेता से बातचीत के अंश
शहर के वार्ड क्रमांक 5 पंडा की नरिया इलाके में राजा का बाग के बगल में स्थित गली में घर के अंदर सुरेंद्र वर्मा नामक व्यक्ति शराब बेचता मिला। पेश है उससे शराब का पौआ खरीदने के दौरान की बातचीत के अंश-डीईओ से बातचीत के अंश
राकेश राणा, जिला आबकारी अधिकारी से पत्रिका ने की बात… पत्रिका- शहर में प्रतिबंध के बाद भी खुलेआम शराब कैसे बिक रही है डीईओ- कहां बिक रही हैइन इलाकों में बिकती मिली शराब
स्टिंग के तहत किए गए शहर भर के भ्रमण में रिंग रोड पर निर्माणाधीन कॉम्पलेक्स के बगल में टिन की गुमठी के अंदर तथा सामने पक्की दुकान में शराब बेची जा रही है। रिछरा फाटक के पास रिंगरोड किनारे पक्के कमरे में खुले तौर पर ठेके की तरह शराब बिकती मिली। यहां शराब विक्रेता ने ऑटो में तीन लोगों को चौकसी के लिए बिठा रखा है। किसी पर संदेह होने की स्थिति में यह ऑटो सवार उसका पीछा कर पता करते हैं ये कौन लोग हैं। पत्रिका टीम का भी शराब विक्रेता के ऑटो सवार लोगों ने पीछा किया।
पत्रिका टीम को यह महसूस होने पर कि ये उन्हें शक हो गया टीम वहीं पर खड़ी हो गई। ऐसे में ऑटो सवार देर तक आगे अपना ऑटो सडक़ किनारे खड़े किए रहे। फिर पत्रिका टीम ठंडी सड़क पर शासकीय उमावि क्रमांक 1 के सामने किराना गुमठी पर पहुंची जहां शराब बिकती पाई गई।