वनखंडीनाथ मंदिर से शुरू हुआ यह पैदल भ्रमण चक चुंगी तक पहुंचा। इस दौरान गौसाई गौटिया तिराहा, अल्वी चौराहा, शाहनूरी, हरीशाह की मजार, कब्रिस्तान तिराहा और मौर्य गली जैसे संवेदनशील इलाकों से अधिकारी पैदल गुजरे। पूरे रूट की निगरानी ड्रोन कैमरों से की गई।
पुलिस अधिकारियों ने रास्ते में दोनों समुदायों के लोगों से बातचीत कर भाईचारे की मिसाल कायम रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा और आने वाले त्योहार शांतिपूर्वक निकलें, इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है। साथ ही लोगों से अफवाहों से बचने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की बात कही गई।
एडीजी ने दिए ये निर्देश
-कांवड़ मार्ग पर पूरी रोशनी होनी चाहिए, जहां जरूरत हो वहां फौरन लाइट लगाई जाए।
-हर इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त और चालू रहें, उनकी लगातार मॉनिटरिंग हो।
-सभी धर्मों के जिम्मेदार लोगों को वॉलंटियर बनाकर सामाजिक सौहार्द बढ़ाया जाए। इस मौके पर एसपी सिटी, नगर मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम, सीओ सिटी सेकंड व थर्ड, बारादरी इंस्पेक्टर समेत तमाम पुलिस अधिकारी और समाजसेवी मौजूद रहे।