बीएलओ द्वारा गणना प्रपत्रों का संग्रहण कर अपलोडिंग कार्य किया जा रहा है। (Photo- @CEOBihar)
Bihar Voter List Revision: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर सरगर्मियां तेज है। SIR पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इससे पहले चुनाव आयोग ने रविवार को एसआईआर के पहले चरण के आंकड़े जारी कर दिए है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 7.89 करोड़ मतदाताओं में से 7.24 करोड़ (91.69 प्रतिशत) ने अपने गणना फॉर्म जमा कर दिए हैं।
चुनाव आयोग ने विशेष मतदाता पुनरीक्षण के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि बिहार में SIR के पहले चरण को शानदार सफलता मिली है। ईसी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अब बिहार में 7.24 करोड़ पंजीकृत मतदाता है, जो कि पहले 7.89 करोड़ थे। लेकिन सत्यापन के बाद 65 लाख नामों को सूची से हटा दिया गया है। बता दें कि इन हटाए गए नामों में मृतक, विस्थापित और अन्य जगहों पर प्रवास कर चुके मतदाता शामिल हैं।
22 लाख वोटर पाए गए मृत
वहीं एसआईआर के दौरान 22 लाख वोटर मृत पाए गए। इसके अलावा 36 लाख मतदाता विस्थापित है और 7 लाख मतदाता एक से अधिक जगहों पर पंजीकृत मिले।
विपक्ष ने बनाए सबसे ज्यादा बूथ लेवल एजेंट
प्रदेश में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के पहले चरण में सभी पार्टियों की भागीदारी रही है। ईसी ने बताया कि सबसे अधिक बूथ लेवल एजेंट विपक्ष ने बनाए हैं। SIR शुरू होने से पहले और इसके एक महीने बाद तक विपक्ष ने सबसे अधिक बीएलए नियुक्त किए हैं।
अधिकारियों को दिया सफलता का श्रेय
चुनाव आयोग ने पहले चरण की सफलता का श्रेय अधिकारियों को दिया है। ईसीआई ने कहा कि बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, 38 जिलों के डीईओ, 243 ईआरओ, 2,976 एईआरओ, 77,895 मतदान केंद्रों पर तैनात बीएलओ, लाखों स्वयंसेवकों और 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों व 1.60 लाख बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) को इसकी सफलता का श्रेय जाता है।
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