केएल राहुल और शुभमन गिल
इंग्लैंड ने पहली पारी के आधार पर भारत पर 311 रन की बढ़त कायम की थी। ऐसे में शुभमन गिल की कप्तानी वाली भारतीय टीम पर सीरीज में बने रहने का भारतीय दबाव था। हालांकि यह उम्मीद उस वक्त टूटती हुई दिखाई दी, जब दूसरी पारी में भारत के दो बल्लेबाज एक के बाद एक बिना खाता खोले ( यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन) पवेलियन लौट गए। ऐसे में केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल के कंधों पर ना सिर्फ पारी को संवारने की जिम्मेदारी थी, बल्कि विकेट बचाए रखने की भी चुनौती थी। दोनों बल्लेबाजों ने धैर्यपूर्वक अंग्रेजो का सामना किया और तीसरे विकेट के लिए 421 गेंदों में 188 रन की साझेदारी कर मुकाबले में वापसी कराई। केएल राहुल भले ही शतक से चूक गए, लेकिन 230 गेंद में 8 चौके संग 90 रन बनाकर आउट हुए। वहीं शुभमन गिल 238 गेंद में 12 चौके संग 103 रन बनाकर आउट हुए। इस शतक से शुभमन गिल डेब्यू सीरीज में 4 शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। इतना ही नहीं, एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले कप्तानों की लिस्ट में डॉन ब्रैडमैन और सुनील गावस्कर के 4-4 शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है।
रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर
शुभमन गिल और केएल राहुल के आउट होने के बाद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को मैदान पर उतरना पड़ा। दोनों बल्लेबाजों ने ना सिर्फ इंग्लैंड के गेंदबाजों का बखूबी सामना किया, बल्कि दोनों ने शतक ठोक सीरीज पर कब्जा जमाने की इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। दोनों की आकर्षक बल्लेबाजी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 5वें विकेट के लिए 334 गेंद में नाबाद 203 रन की साझेदारी की। रवींद्र जडेजा ने जहां टेस्ट करियर का 5वां शतक ठोका वहीं, वॉशिंगटन सुंदर ने अपना पहला शतक लगाया। रवींद्र जडेजा ने इंग्लैंड मे 1000 टेस्ट रन भी पूरे कर लिए हैं और 34 विकेट भी चटकाए। इस तरह जडेजा विदेशी पिचों पर ऐसा करने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं।