CG News: राज्य जीएसटी विभाग की जांच में सामने आया
इस मामले में मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशों के अनुरूप वित्त मंत्री ओपी चौधरी द्वारा अधिकारियों को सरकारी आपूर्ति पर विशेष नजर रखने और किसी भी प्रकार की अनियमितता को तुरंत पकड़ने के लिए निर्देशित किया गया था। इसी के तहत राज्य जीएसटी विभाग की टीम ने यह प्रभावी कार्रवाई की है। राज्य
जीएसटी विभाग की जांच में सामने आया है कि मेसर्स श्याम सर्जिकल ने स्वास्थ्य विभाग में विगत 4 से 5 वर्षों में लगभग 48 करोड़ रुपए के सामग्री की आपूर्ति की, जबकि वास्तविक खरीदी केवल 10 करोड़ रुपए की थी।
प्रारंभिक जांच में यह भी स्पष्ट हुआ है कि व्यवसायी ने खरीदी मूल्य से 4-5 गुना अधिक दरों पर सामग्री की आपूर्ति कर 400 से 500 प्रतिशत तक लाभ कमाया। इस लाभ को छुपाने और जीएसटी देनदारी से बचने के लिए व्यवसायी ने अपने परिवारजनों के नाम पर तीन अन्य फर्में राहुल इंटरप्राइजेज, नारायणी हेल्थकेयर और पीआ. इंटरप्राइजेस बनाईं। इसके बाद आपस में ही खरीदी-बिक्री दिखाकर करीब 1 करोड़ की जीएसटी चोरी की।
भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं
CG News: मुख्यमंत्री साय ने कहा, सरकारी निधि और जन स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। ऐसी धोखाधड़ी न केवल आर्थिक अपराध है, बल्कि विश्वासघात भी है। कोई व्यक्ति या संस्था सरकारी व्यवस्था का दुरुपयोग कर अनुचित लाभ अर्जित करने का प्रयास करता है, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।