ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि परफ्यूम और सैनिटाइज़र तो डेली यूज की चीज़ें हैं, फिर इनका इस्तेमाल पायलट को क्यों नहीं करने दिया जाता? जिसकी पीछे की वजह खुद एक एक्स पायलट ने बताई है। तो आइए हम इसका कारण जानते हैं।
ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट की वजह(Alcohol Test For Pilots)
दरअसल हर पायलट को
फ्लाइट में जाने से पहले एक टेस्ट देना होता है, जिसे ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट भी कहा जाता है। इस टेस्ट में यह जांच किया जाता है कि पायलट ने कहीं शराब तो नहीं पी रखी है। साथ ही पायलट को एक मशीन में सांस फूंकनी होती है, जो उसके शरीर में अल्कोहल होने की जानकारी देता है।
बता दें कि परफ्यूम, माउथ वॉश और हैंड सैनिटाइजर में इथाइल अल्कोहल पाया है। ऐसे में अगर पायलट ने इनमें से किसी भी चीज़ का यूज किया हो, तो मशीन इसे अल्कोहल समझकर फॉल्स पॉजिटिव रिजल्ट दे सकती है। इसका मतलब है कि भले ही पायलट ने शराब न पी हो, लेकिन टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आ सकती है। इससे पायलट को फ्लाइट में देरी हो सकती है या कभी-कभी उसे ड्यूटी से भी हटाया भी जा सकता है।
तेज खुशबू से फोकस पर असर(Pilot Breath Analyzer Rules)
दूसरी वजह ये है कि कुछ परफ्यूम की खुशबू बहुत तेज होती है। अगर कॉकपिट में एक पायलट को किसी खास खुशबू से एलर्जी हो या परेशानी हो, तो उसका ध्यान उड़ान से हट सकता है। फ्लाइट के दौरान एक छोटी-सी गलती भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इसलिए ज़्यादातर एयरलाइंस और एविएशन डिपार्टमेंट्स ने ये नियम बनाया है कि पायलट ऐसी किसी चीज का इस्तेमाल न करें जिससे उनकी परफॉर्मेंस, सेहत या यात्रियों की सुरक्षा पर असर पड़े।