फ्रेंडशिप डे 2025 कब है? (Date of Friendship Day)

फ्रेंडशिप डे का इतिहास क्या है? (Friendship Day’s History)
फ्रेंडशिप डे की शुरुआत सबसे पहले 1930 में अमेरिका में हुई थी। इस दिन को शुरू करने का विचार एक ग्रीटिंग कार्ड बनाने वाली कंपनी हॉलमार्क ने दिया था, ताकि लोग अपने दोस्तों को कार्ड्स भेजकर अपने जज्बात जाहिर कर सकें। धीरे-धीरे यह दिन लोकप्रिय होता गया और 1958 में पराग्वे में पहली बार इसे औपचारिक रूप से प्रस्तावित किया गया। आज यह दिन दुनियाभर के कई देशों में धूमधाम से मनाया जाता है।फ्रेंडशिप डे का महत्व क्यों है? (Importance of friendship day)
मित्रता दिवस सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि रिश्तों को मजबूत करने का एक जरिया है। यह दिन हमें अपने दोस्तों के योगदान को याद करने और उनके प्रति आभार जताने का मौका देता है। समाज में मित्रता की भावना सामाजिक एकता, सहयोग और विविधता को बढ़ावा देती है। मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो दोस्ती अकेलापन, तनाव और चिंता को कम करती है। दोस्त वो परिवार होते हैं, जिन्हें हम खुद चुनते हैं।क्यों जरूरी होते हैं अच्छे दोस्त?
जीवन में हर किसी के बुरे दिन आते हैं, जब हालात हमारे काबू में नहीं होते। उस वक्त अक्सर अपने भी दूर हो जाते हैं। लेकिन एक अच्छा दोस्त वही होता है जो बिना किसी स्वार्थ के आपके साथ खड़ा रहता है। वह न केवल आपकी बातों को सुनता है बल्कि आपको मानसिक तौर पर भी मजबूत बनाता है। दोस्ती का रिश्ता आपकी भावनाओं को समझता है और जीवन को संतुलन देता है।7 खूबियां जो हर सच्चे दोस्त में होनी चाहिए (True friend qualities)
बिना शर्त साथ देने वालासच्चा दोस्त हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ा रहता है। बिना कोई शर्त, न कोई उम्मीद। वह आपकी गलतियों पर भी साथ नहीं छोड़ता, बल्कि सुधारने में मदद करता है।
अच्छा दोस्त वो है जो सिर्फ खुद की नहीं, आपकी भी सुनता है। वह आपकी भावनाओं की कद्र करता है और बिना टोके आपकी बातों को पूरा सुनता है। सफलता में ईर्ष्या नहीं, गर्व करता है
अगर कोई आपकी कामयाबी देखकर खुश होता है, तो समझ जाइए वह सच्चा दोस्त है। वह आपकी तरक्की में अपनी खुशी ढूंढता है, जलन नहीं।
सच्चा दोस्त वही होता है जो आपकी आंखों में आंखें डालकर आपकी गलतियों की ओर ध्यान दिलाए। वह आपको झूठे दिलासे नहीं देता, बल्कि सुधारने का मौका देता है।
परिस्थितियां बदलती हैं, लोग बदलते हैं लेकिन सच्चा दोस्त वही होता है जो वक्त, दूरी या हालात से परे हमेशा एक जैसा रहता है। संकट में सबसे पहले साथ खड़ा हो
जब मुश्किलें आएं और सब दूर जाएं, तो जो व्यक्ति सबसे पहले आपके पास हो, वही आपका असली दोस्त है।
सच्चा दोस्त आपकी इज्जत करता है, आपके सामने भी और आपकी गैरहाजिरी में भी। वह आपके राजों को संजो कर रखता है।