फर्स्ट चिकित्सकों की निगरानी में बाघिन
उत्तर प्रदेश के कानपुर चिड़ियाघर में पीलीभीत से एक बाघिन को लाया गया। बाघिन पीलीभीत में पांच लोगों को जिंदा खा गई। जिसको पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजरा लगाया था। जिसे 24 जुलाई को पकड़ा गया। बाघिन के कारण पीलीभीत के आसपास के क्षेत्र में लोगों में दहशत थी। बाघिन को पकड़ने के लिए 20 टीमें लगाई गई थी। नूरिया के 10 गांवों में थर्मल ड्रोन और सामान्य ड्रोन से अभियान चलाकर खोज की। बाघिन के हमले से आक्रोशित ग्रामीणों ने खेत में जाना बंद कर दिया और विरोध प्रदर्शन किया। कड़ी मशक्कत के बाद बाघिन को पकड़ा जा सका।
पशु चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया
कानपुर चिड़ियाघर में बाघिन को पशु चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। शनिवार और रविवार को बाघिन को खाने के लिए गोश्त दिया गया। लेकिन उसने नहीं खाया। बताया गया कि बाघिन को एडजस्ट करने में करीब एक महीना लग सकता है। तब तक उस पर निगरानी की जाएगी। डॉक्टर लगातार ऑब्जरवेशन करेंगे।