वेन पॉर्नेल का करियर चोटों से भरा रहा
वेन पॉर्नेल ने 2009 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा, लेकिन बार-बार चोटों ने उनके करियर को प्रभावित किया। उनकी गेंदबाजी में स्विंग, बाउंस और विविधता की वजह से वह बल्लेबाजों के लिए हमेशा खतरा रहे, लेकिन चोटों और व्यक्तिगत कारणों से वह लंबे समय तक दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं बन सके। फिर भी, उनकी प्रतिभा और जुझारूपन ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के बीच लोकप्रिय बनाए रखा। यही वजह है कि 16 साल से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय होने के बाद भी उनके आंकड़े सामान्य दिखते हैं। 2023 में अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले पॉर्नेल ने संन्यास नहीं लिया है। वह अभी भी लीग क्रिकेट में सक्रिय हैं। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज पॉर्नेल अपने बाउंस और स्विंग के लिए जाने जाते हैं। गेंदबाजी में विविधता की वजह से वह अक्सर विपक्षी बल्लेबाजों पर भारी पड़ते हैं। पॉर्नेल निचले क्रम के उपयोगी बल्लेबाज भी हैं।
ऐसा रहा पॉर्नेल का अंतरराष्ट्रीय करियर
अगर उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर पर नजर डालें तो तीनों फॉर्मेट खेल चुके इस खिलाड़ी ने 6 टेस्ट में 15, 73 वनडे में 99 और 56 टी20 में 59 विकेट हैं। वनडे में उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन 48 रन देकर 5, जबकि टी20 में 30 रन देकर 5 विकेट है। वह वनडे में अर्धशतक लगा चुके हैं।
टी20 लीग में चमक
बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज दुनियाभर के टी20 लीग में सक्रिय है। अब तक कुल 300 टी20 मैचों में पांच अर्धशतक सहित 2,200 रन बनाने वाले पॉर्नेल का सर्वाधिक स्कोर 99 है। वहीं, 317 विकेट उनके नाम दर्ज हैं। वह 6 बार 4 विकेट और 1 बार पांच विकेट ले चुके हैं। आईपीएल में पॉर्नेल पुणे वॉरियर्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेल चुके हैं।