मंत्री नागर सिंह चौहान का कहना है कि आंगनवाड़ी की भर्ती में दलाल सक्रिय हो गए हैं। वे नियुक्ति कराने का दावा करते हुए पैसे मांग रहे हैं। नागर सिंह चौहान के अनुसार उनके पास ऐसी अनेक शिकायतें आ रहीं हैं।
अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के मंत्री नागर सिंह ने यह भी कहा है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या सहायिका के लिए आवेदन देनेवाली बहनों को एक रुपए भी किसी को देने की जरूरत नहीं है। आंगनवाड़ियों में मेरिट के आधार पर ही नियुक्तियां दी जाएंगी। जिसके नंबर ज्यादा होंगे उन्हीं को नौकरी मिलेगी।
आलीराजपुर के विधायक और प्रदेश के अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के मंत्री नागर सिंह चौहान के इस आरोप पर
महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने जांच कराने की बात कही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आंगनवाड़ियों
में भर्ती की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है। भर्ती में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है।
मंत्री नागर सिंह चौहान के आरोप पर कांग्रेस हमलावर
आंगनवाड़ियों में भर्ती के लिए पैसे मांगने के मंत्री नागर सिंह चौहान के आरोप पर कांग्रेस हमलावर हो गई। कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपने एक्स हेंडल पर नागर सिंह चौहान का वीडियो जारी करते हुए लिखा- ये हैं मोहन सरकार के मंत्री नागर सिंह चौहान! वीडियो जारी कर कह रहे हैं, ‘आंगनवाड़ी भर्ती में “पैसे” मांगें जा रहे हैं!’ मुख्यमंत्रीजी,
एक जिले का सच आपके मंत्री ने स्वीकार कर लिया! बाकी 54 का खुलासा कौन करेगा?
बता दें कि प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के के 19500 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है। आंगनबाड़ी सहायिका के 17477 पदों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 2027 पदों पर भर्ती की जाएगी।