◙ पाकिस्तानी सेना और तालिबानी लड़ाकों में फिर शुरू हुई झड़पें
तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता में लौटने के बाद से उसके, पाकिस्तान के संबंधों में खटास पड़ गई। दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया। पिछले साल दिसंबर में दोनों देशों के बीच चल रहा तनाव और बढ़ गया जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक्स की। इसके बाद तालिबानी लड़ाकों ने भी पाकिस्तानी बॉर्डर पर सेना पर हमले किए। करीब दो महीने तक दोनों पक्षों के बीच झड़पें चली। अब एक बार फिर तालिबानी लड़ाकों ने डूरंड बॉर्डर पर पाकिस्तान पर हमले शुरू कर दिए हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर को डूरंड बॉर्डर के नाम से जाना जाता है। यह बॉर्डर करीब 2,640 किलोमीटर लंबी है।
◙ लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाने के निर्देश
डूरंड बॉर्डर पर अब हालात बिगड़ गए हैं। इस वजह से बॉर्डर से लगे चगई जिले के 2.5 लाख से ज़्यादा लोगों को पाकिस्तान सरकार ने तुरंत अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने के निर्देश दिए हैं। तालिबान ने भी अफगान नागरिकों को बॉर्डर से जुड़े इलाकों को खाली करने को कहा है।
◙ दोनों पक्ष कर रहे एक-दूसरे की चेकपोस्ट पर हमले
हमले सिर्फ एक तरफ से नहीं, दोनों तरफ से किए जा रहे हैं। तालिबानी लड़ाके पाकिस्तानी चेकपोस्ट पर हमला कर रहे हैं, तो पाकिस्तानी सेना भी तालिबान की चेकपोस्ट को निशाना बना रही है।
◙ तालिबान को मिल रहा बलूच विद्रोहियों का समर्थन
पाकिस्तान के खिलाफ इस जंग में तालिबान को बलूच विद्रोहियों का भी समर्थन मिल रहा है। पाकिस्तान में बढ़ती अस्थिरता को देखते हुए बलूच लिबरेशन आर्मी ने तालिबानी लड़ाकों को पूरा समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। गौरतलब है कि बलूच विद्रोहियों और नेताओं की पाकिस्तानी सरकार और सेना से चल रही आज़ादी की जंग जगजाहिर है।
◙ तालिबानी हमलों से घबराई पाकिस्तानी सेना?
रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ चौकियों पर पाकिस्तानी सेना तालिबानी लड़ाकों के हमलों से घबरा गई है। तालिबानी लड़ाकों ने चार से ज़्यादा पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया है, जिससे सेना को अपनी जान बचाकर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।