ऑपरेशन सिंदूर के बीच पोस्ट किया था आपत्तिजनक वीडियो
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शर्मिष्ठा पनौली ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने कुछ बॉलीवुड सितारों को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि वे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे गंभीर विषयों पर मौन हैं। यह वीडियो वायरल हो गया और विभिन्न समुदायों से जुड़े कई लोगों के बीच इसको लेकर बहस शुरू हो गई। इसके बाद सोशल मीडिया पर शर्मिष्ठा पनौली को ट्रोल किया जाने लगा। इसके साथ ही शर्मिष्ठा पनौली को धमकी भरे मैसेजेस किए गए। स्थिति बिगड़ती देख शर्मिष्ठा पनौली ने वीडियो को डिलीट कर दिया। साथ ही सोशल मीडिया पर माफी भी मांगी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वीडियो को लेकर कोलकाता पुलिस को कई शिकायतें मिलीं। जिसके बाद शर्मिष्ठा पनौली के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार उसे और उसके परिवार को कानूनी नोटिस भेजे गए, लेकिन वे नोटिस का कोई जवाब दिए बिना ही परिवार समेत गायब हो गईं। इसके बाद पुलिस ने अदालत की ओर रुख किया। जहां से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने शुक्रवार रात को हरियाणा के गुरुग्राम में छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कोलकाता पुलिस ने शर्मिष्ठा पनौली पर भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें धारा 196 (1)(a) यानी धर्म, जाति, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों में दुश्मनी फैलाना। धारा 299 यानी किसी धार्मिक भावना को जानबूझकर ठेस पहुंचाना। धारा 352 यानी जानबूझकर अपमान करना ताकि शांति भंग हो और धारा 353(1)(c) यानी ऐसा बयान देना। जिससे समाज में उपद्रव होने की आशंका हो जैसी धाराएं लगाई गई हैं।
पुणे के विधि विश्वविद्यालय में लॉ की छात्रा हैं शर्मिष्ठा
कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पनौली को अब कानूनी प्रक्रिया के तहत कोलकाता लाया जा रहा है। जहां उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी। अधिकारी के अनुसार, वीडियो के जरिए सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने की कोशिश की गई थी, जो कानून के तहत दंडनीय है। मामले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी जानकारी मांगी जा रही है कि वीडियो कब और कितनी बार शेयर किया गया। शर्मिष्ठा पनौली पुणे के एक विधि विश्वविद्यालय की छात्रा हैं और इंस्टाग्राम पर राजनीतिक व सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार साझा करने के लिए जानी जाती हैं। हालांकि इस बार उनका प्रयास कानून के दायरे से बाहर चला गया, जिसका उन्हें अब कानूनी परिणाम भुगतना पड़ेगा। इस विवाद के बाद शर्मिष्ठा ने अपना इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट कर दिया और अपने दूसरे अकाउंट से सभी पोस्ट हटा दिए। हालांकि, 15 मई की एक स्टोरी हाइलाइट में उन्होंने बिना शर्त माफी देते हुए कहा कि उनका किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।
कोलकाता की अदालत में पेश करेगी पुलिस
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शर्मिष्ठा पनौली को कोलकाता की अदालत में पेश किया जाएगा। जहां अगली कानूनी कार्रवाई तय होगी। उनके वकील गिरफ्तारी की वैधता को चुनौती दे सकते हैं। यह कहते हुए कि गिरफ्तारी की प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई और उन्होंने माफी भी मांग ली थी। दूसरी ओर यह मामला अब भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। जहां लोग #ReleaseSharmishta और #ArrestSharmishta जैसे हैशटैग के जरिए अपनी-अपनी राय रख रहे हैं।