पुलिस ने बताया कि आंबाफला हाल प्रभातनगर सेक्टर-5 निवासी दिलीप चितारा (40) पुत्र टीकमचंद, उसकी पत्नी अलका (37), बेटा खुश (6) मनवीर (4) की मौत हो गई। दिलीप, पत्नी और दो बच्चों के साथ प्रभातनगर स्थित मकान में किराए से रहता था। उसने पहले बच्चों को विषाक्त पदार्थ पिलाया, पत्नी का गला घोंटा और फिर खुद ने फंदा लगा लिया। सूचना पर हिरणमगरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर प्रवेश किया। देखा कि दिलीप चितारा का शव फंदे पर लटक रहा था, वहीं पत्नी और बच्चों के शव पड़े हुए थे। चारों शव मुर्दाघर में रखवाते हुए परिजनों को सूचना दी।
यह लिखा सुसाइड नोट में
दिलीप ने सुसाइड नोट में लिखा कि आर्थिक हालात बेहद खराब है। कोरोना के बाद से आर्थिक स्थिति बहुत खराब होती चली गई। इसलिए वह यह कदम उठा रहा है। पुलिस ने बताया कि दिलीप का हिरणमगरी में ही जनरल स्टोर है। यह दुकान भी किराए की है।
संदेह पर हुआ खुलासा
शुक्रवार को दिनभर किरायेदार दिलीप के पॉर्शन में हलचल नहीं हुई। कोई बाहर भी नहीं निकला तो पहली मंजिल पर रह रहे मकान मालिक रवि सचदेव को संदेह हुआ। उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर खामोशी ही रही। ऐसे में उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
परिजनों ने भी की पुष्टि
मृतक के चाचा माणक चितारा ने बताया कि करीब 6 माह पहले दिलीप ने कर्ज का जिक्र किया था। ऐसे में उसे मकान बेचकर कर्ज उतारने की सलाह दी। इसके बाद कभी चर्चा नहीं की। पिछले दिनों चाचा दिलीप से मिले, लेकिन उसने कर्ज का जिक्र नहीं किया।