बता दें कि किसी को भरोसा नहीं था कि व्यापारी दिलीप और उसके परिवार की मौत हो चुकी है। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर आर्थिक तंगी ही वजह मानी है। फिर भी हर एंगल से जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को दिलीप चितारा (40) ने पत्नी अलका (37) की तार से गला घोंटकर हत्या की। वहीं, बेटे खुश (3) और मनवीर (10) को जहर देकर मार दिया था। इसके बाद दिलीप ने फंदा लगाकर जान दे दी।
परिचितों का क्या है कहना
परिचितों ने बताया कि हिरणमगरी में सेक्टर-4 गुरुनानक स्कूल के पास दिलीप चितारा की अचार की दुकान थी। करीब डेढ़ साल से पास की दूसरी दुकान भी किराए पर ली थी। दिलीप की पत्नी भी कंटेंट क्रिएटर थी। मिलते तो परिवार खुश ही नजर आता था, लेकिन मौत की खबर मिली तो भरोसा नहीं हुआ। परिवार खुश था, तनाव जैसी बात नहीं थी।
पारिवारिक तनाव से भी इनकार नहीं
दिलीप और उसके परिवार की एक सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, आर्थिक तंगी के अलावा भी पारिवारिक तनाव से इनकार नहीं किया जा सकता। पांच महीने पहले अलका ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वह रोती हुई बोल रही थी कि जब हमने नया घर बनाया था, तब रिश्तेदारों में से कोई नहीं आया।
हम इंतजार करते रहे, लेकिन देर रात तक कोई नहीं आया। हम माफी मांगने भी गए थे, अगर कोई गलती हो तो बताएं। अब सब आ रहे हैं, तो उस दिन क्यों नहीं आए थे।