श्रीगंगानगर-

बीकानेर-

जैसलमेर-

बाड़मेर-

गांव स्तर पर इन्फार्मर तैनात
जोधपुर एयरबेस से सभी कमर्शियल फ्लाइट्स अस्थायी रूप से रोकी गईं। बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पर भी यात्रियों को अगले आदेश तक इंतजार की सलाह दी गई है। RAW, IB और मिलिट्री इंटेलिजेंस सक्रिय है। RAW, IB और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमों को बॉर्डर पर सक्रिय कर दिया गया है। सीमावर्ती गांवों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। ड्रोन और रेडियो सिग्नल मॉनिटरिंग की गतिविधियां बढ़ाई गई हैं। स्थानीय पुलिस और गांव स्तर पर “इन्फॉर्मर नेटवर्क” को एक्टिव किया गया है।
अगर युद्ध या एयरस्ट्राइक होती है तो संभावित खतरे
1- एयर स्ट्राइकजैसलमेर और बाड़मेर के एयरबेस सबसे पहले निशाने पर आ सकते हैं.

रेगिस्तान के खुले क्षेत्रों में बॉर्डर (fence) के बावजूद घुसपैठ की संभावना बनी रहती है.

हाल ही में पंजाब और राजस्थान सीमा पर पाकिस्तान से आए ड्रोन के जरिए हथियार भेजने की घटनाएं सामने आईं हैं.

संवेदनशील बॉर्डर इलाकों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां संचार प्रणाली को बाधित कर सकती हैं.

राजस्थान में एयरबेस पर निगाहें
बहावलपुर जैसे पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने राजस्थान सीमा से बेहद पास हैं। रेगिस्तानी इलाकों में घुसपैठ और एयर मूवमेंट पकड़ना मुश्किल होता है। सेना के एयरबेस और कमांड सेंटर भी यहीं स्थित हैं – जैसलमेर, जोधपुर, फलोदी, नाल (बीकानेर)। 1971 की जंग और हालिया बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी यही जिले प्रमुख टारगेट बने थे।
एयर स्पेस अलर्ट पर, उड़ानें रद्द
एयर स्ट्राइक के बाद सुरक्षा कारणों की वजह से जोधपुर और बीकानेर एयरपोर्ट से उड़ानें अस्थाई रूप से रद्द कर दी गई हैं।सूत्रों के अनुसार, एयरफोर्स के निर्देश पर यह कदम उठाया गया ताकि यदि पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई होती है, तो सेना को एयरस्पेस का पूरी तरह नियंत्रण मिले।