पंजाब और दिल्ली को एक एक अंक मिल जाएंगे। यह मैच भारत और पाकिस्तान के बीच हो रहे हवाई हमले की वजह से रद्द किया गया है। अब तक भारत के S400 ने पाकिस्तान की दो बड़े जेट विमान को मार गिराया है। भारत के 4 शहरों में ड्रोन सिस्टम एक्टिव कर दिए गए हैं।
दोनों टीमें प्लेऑफ की रेस में शामिल हैं और पहले ही इनके एक एक मैच रद्द हो चुके हैं। ऐसे में अगर ये मैच रद्द हुआ तो किसे फायदा होगा और किसे नुकसान होगा, चलिए जानते हैं। हालांकि अगर बारिश रुक जाती है और मैच होता है और पीबीकेएस ये मैच जीतती है तो उनके 17 अंक हो जाएंगे। वहीं डीसी को टूर्नामेंट में आगे जाने के लिए यह मैच जीतना बेहद जरूरी है। एक नजर इस मैच से संबंधित कुछ आंकड़ों पर डालते हैं।
हेड टू हेड में पीबीकेएस आगे
दोनों टीम इस सीजन पहली बार आमने सामने होंगी। हालांकि टूर्नामेंट में पीबीकेएस का पलड़ा भारी रहा है, जहां पर उन्होंने 33 में से 17 मैच जीते हैं, लेकिन डीसी 16 बार जीती है। धर्मशाला में दोनों टीम चार बार आमने-सामने आई हैं, जहां दोनों टीमों ने दो-दो मैच जीते हैं। लेकिन 2020 से डीसी का दबदबा देखने को मिला है, जहां पर उन्होंने नौ में से छह मैच जीते हैं।
ओपनर हैं पीबीकेएस की जीत की कुंजी
इस सीजन जब भी सलामी बल्लेबाजों प्रभसिमरन सिंह और प्रियांश आर्य का बल्ला चला है तो पीबीकेएस को जीत मिली है। दोनों ही बल्लेबाज पावरप्ले में तेजी से रन बनाते हैं। उनके प्रदर्शन का टीम के प्रदर्शन पर सीधा असर पड़ता है। दोनों में से अगर कोई भी 45 से अधिक रन बनाता है तो पीबीकेएस ने सभी पांच मैच जीते हैं, जबकि एक परिणाम रहित रहा है। जबकि दोनों में से कोई भी अगर 45 से कम रन पर आउट होता है तो टीम ने पांच में से तीन मैच गंवाए हैं।
अक्षर के खिलाफ कमाल करते हैं श्रेयस
श्रेयस अय्यर ने इस सीजन कमाल का फॉर्म दिखाया है और वह अपनी पुरानी टीम के साथियों के खिलाफ इसको बरकरार रखना चाहेंगे। श्रेयस इस सीजन स्पिन के खिलाफ बेहतरीन खेले हैं और केवल एक ही बार स्पिन पर आउट हुए हैं। इस टूर्नामेंट की बात करें तो कुलदीप यादव के खिलाफ उन्होंने सात पारियों में 32 की औसत से 64 रन बनाए हैं और केवल दो बार आउट हुए हैं। वहीं अक्षर पटेल के खिलाफ उन्होंने छह पारियों में 79 की औसत से 79 रन बनाए हैं और केवल एक बार आउट हुए हैं।
क्या होगा अगर रद्द हुआ मैच
अगर यह मैच भी रद्द हो जात है तो 12 मैचों के बाद दिल्ली कैपिटल्स के 14 अंक हो जाएंगे और इतने ही मैचों के बाद पंजाब किंग्स के 16 अंक। दोनों टीमों के बाद 2-2 मैच बच जाएंगे। दिल्ली को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए अपने दोनों आखिरी मैच जीतने होंगे तो पंजाब किंग्स अब सिर्फ एक मैच जीतकर प्लेऑफ में पहुंच जाएगी। अगर मैच पूरा होता है और तब दिल्ली मैच हार जाती है तो उन्हें डबल झटका लगेगा। क्योंकि वे अगले दो मैच जीतकर भी 17 अंक तक पहुंच पाएंगी। दूसरी ओर अगर पंजाब मैच हार जाती है तो उनके पास फिर भी अगले दोनों मुकाबलों में जीत के साथ प्लेऑफ में जाने का मौका होगा।