ये है पूरा मामला
विनायका थाना प्रभारी भूपेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि 20 जुलाई को रोडा निवासी सीताराम लोधी ने विनायका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 19 जुलाई को वे अपनी छोटी बेटी को लेने छतरपुर गए थे और जब वापिस घर लौटे तो घर का दरवाजा खुला था, अंदर जाकर देखा तो पत्नी निर्वस्त्र अवस्था में खून से लथपथ पड़ी थी। कमरे में खून फैला था। महिला के सिर पर कुल्हाड़ी और पत्थर से वार किए गए थे। (mp news)
पुलिस को बेटे को पकड़ा, हुआ खुलासा
पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। घटनास्थल की सूक्ष्मता से जांच करने के साथ साथ परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ में संदेह मृतिका के बेटे संतोष उर्फ लल्लू लोधी पर गया, जो हत्या के बाद से ही फरार था। उसकी साइकिल घटनास्थल से 2.5 किलोमीटर दूर लावारिश हालत में मिली। टीम गठित कर संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। मुखबिर की सूचना पर बांदरी मालथौन हाइवे के पास एक ढाबे से आरोपी को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने मां की हत्या करना स्वीकार कर लिया। (mp news)
पुलिस जुटा रही वैज्ञानिक साक्ष्य
आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे उपजेल बंडा भेजा गया। पुलिस मामले की जांच वैज्ञानिक ढंग से कर रही है, ताकि अदालत में मजबूत चार्जशीट पेश की जा सके। बेटा के मां की निर्मम हत्या करने के इस मामले के बाद पुलिस ने अधिकारियों ने कहा कि यह दिल दहला देने वाली घटना न केवल पारिवारिक मूल्यों के ह्रास का प्रतीक है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि क्रोध, मानसिक असंतुलन और पारिवारिक विघटन किस हद तक विनाशक हो सकते हैं। माता-पिता जीवन के आधार स्तंभ होते हैं। उनका अपमान या उत्पीडन केवल एक अपराध नहीं बल्कि मानवता के विरुद्ध पाप है। (sagar murder case)