दरअसल, मंगलवार को आधी रात के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में एयर स्ट्राइक की। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है। यह कार्रवाई पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई है। वहीं पाकिस्तान में भारतीय सेना की इस कार्रवाई से आतंकी संगठनों में भारी खलबली मच गई है। इस कार्रवाई के तहत नौ आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक तबाह किया गया। बुधवार को दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस कार्रवाई को लेकर समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ ‘घर में घुसकर’ कार्रवाई करेगा। ऑपरेशन सिंदूर इसी नीति का सशक्त उदाहरण है, जिसमें हमारे जवानों ने सीमापार जाकर आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों को नष्ट कर दिया।”
पाकिस्तान को दी चेतावनी- ‘हर हरकत का मिलेगा जवाब’
मनजिंदर सिंह सिरसा ने पाकिस्तान को कठोर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उसने भविष्य में किसी भी प्रकार की “नापाक हरकत” की तो उसे बार-बार इसी तरह करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा “यह नया भारत है। जो पुरानी सरकारों की तरह चुप नहीं बैठता। अब देश का नेतृत्व एक ऐसे प्रधानमंत्री के हाथों में है जो आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने की नीति पर काम कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने धार्मिक पहचान पूछकर निर्दोष भारतीयों की हत्या की थी। इसके बदले हमारी सेना ने धर्म नहीं, आतंक पूछकर जवाबी हमला किया है।”
मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई से पूरा देश खुश है। आज देश की जनता पूरी मजबूती से पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी है, क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी सिर्फ बात नहीं करते। समय आने पर वह देश की जनता की भलाई और देश की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई भी करते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए जोड़ा, “अगर पाकिस्तान ने कुछ और कदम उठाया तो गुरुद्वारे के लिए वीजा की जरूरत नहीं पड़ेगी, वह भारत का हिस्सा बन चुका होगा।”
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी पर भी साधा निशाना
मंत्री सिरसा ने कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने सवाल किया था कि क्या ऑपरेशन में चुन-चुन कर आतंकवादी मारे गए, और क्या भविष्य में पहलगाम जैसी घटनाएं नहीं होंगी। सिरसा ने तंज कसते हुए कहा, “राशिद अल्वी को पाकिस्तान जाकर वहां से तस्वीरें लेनी चाहिए और अपने नेता राहुल गांधी को भेजनी चाहिए, ताकि उन्हें सच्चाई का अंदाजा हो।”