हवाई अड्डे से लेकर हाईवे तक, विकास की नई उड़ान
प्रधानमंत्री ने थूथुकुडी हवाई अड्डे के उन्नत टर्मिनल का उद्घाटन करते हुए बताया कि यह टर्मिनल 450 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है और अब सालाना 20 लाख यात्रियों को सेवा देगा, जो पहले केवल तीन लाख यात्रियों की क्षमता थी। इसके अलावा करीब 2,500 करोड़ रुपये की लागत से बनी दो नई सड़क परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित की गईं, जो चेन्नई और डेल्टा जिलों को बेहतर रूप से जोड़ेंगी। उन्होंने कहा, बुनियादी ढांचा और ऊर्जा किसी भी राज्य के विकास की रीढ़ हैं। इन 11 वर्षों में हमारी सरकार ने तमिलनाडु के विकास को प्राथमिकता दी है।
तमिलनाडु का ऐतिहासिक गौरव और आर्थिक महत्व
पीएम मोदी ने तूतीकोरिन की ऐतिहासिक विरासत को याद करते हुए वीओ चिदंबरम पिल्लई और महाकवि सुब्रमण्यम भारती का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि कैसे इस धरती ने स्वदेशी जहाज निर्माण से औपनिवेशिक शासन को चुनौती दी और कैसे यहां के मोती भारत की आर्थिक समृद्धि का प्रतीक थे। उन्होंने कहा, पिछले वर्ष मैंने बिल गेट्स को थूथुकुडी के मोती उपहार में दिए थे और उन्हें वे बहुत पसंद आए। यह क्षेत्र सदियों से भारत की वैश्विक पहचान का हिस्सा रहा है।
भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते से तमिलनाडु को लाभ
अपनी हाल की विदेश यात्रा का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) राज्य के युवाओं, एमएसएमई, लघु उद्योगों और स्टार्टअप को विशेष लाभ देगा। अब ब्रिटेन में बिकने वाले 99% भारतीय उत्पाद कर-मुक्त होंगे। इस समझौते से तमिलनाडु के उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार मिलेगा और यहां रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। भारत की अर्थव्यवस्था को इससे नई गति मिलेगी,” पीएम मोदी ने कहा।
‘मेक इन इंडिया’ की शक्ति
पीएम मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मेड इन इंडिया हथियारों ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने जोर देकर कहा, “भारत में बने हथियार आज दुनिया में आतंक के आकाओं की नींद उड़ा रहे हैं।”
समापन में साझा सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख
प्रधानमंत्री ने काशी-तमिल संगमम का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पहल उत्तर और दक्षिण भारत के सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत सरकार तमिलनाडु के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।