बिहार में राक्षस राज?
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश सरकार को कानून-व्यवस्था पर आए दिन घेरते हैं। गयाजी वाले मामले पर तेजस्वी ने कहा कि गया में होमगार्ड की बहाली में भाग लेने आई एक बेटी बेहोश होकर गिरी और उसी बेहोशी की हालत में प्रशासन द्वारा बुलाई गई एम्बुलेंस में ही उसके साथ गैंगरेप किया गया। बिहार में इसे आप राक्षस राज कहेंगे? अपराधियों द्वारा संरक्षित दुराचारी राज कहेंगे? महाजंगल राज कहेंगे अथवा मोदी-नीतीश का कुशासन कहेंगे? मोदी-नीतीश के दैत्य राज में प्रतिदिन माताओं-बहनों-बेटियों और मासूमों की अस्मिता को ऐसे ही लूटा जा रहा है लेकिन मजाल है कि कोई मंत्री और उपमुख्यमंत्री अपराध, बलात्कार और भ्रष्टाचार की अनियंत्रित घटनाओं पर अपनी जुबान हिला सके?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके दो कथित डिप्टी की ज्वलंत मुद्दों पर चुप्पी आपराधिक है। अगर ऐसी घटनाओं पर भी पूर्वाग्रह से ग्रस्त कथित प्रबुद्ध और न्यायप्रिय लोगों का खून नहीं खौलता तो समझों ऐसे लोग अव्वल दर्जे के घोर जातिवादी और पक्षपाती लोग है।
उन्होंने कहा कि बिहार में 7 दिन में 97 हत्याएं हो चुकी हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री और दो-दो उपमुख्यमंत्री सब बेकार, अपराधी ही असल सरकार। उन्होंने ट्विट कर लिखा- समस्तीपुर में कैदी की हत्या, सारण में कारोबारी की हत्या, समस्तीपुर में सरपंच की हत्या, बेगूसराय में व्यवसायी की हत्या, छुट्टी आए ITBP जवान की हत्या, मुजफ्फरपुर में कारोबारी की हत्या, गया में बुजुर्ग का अपहरण कर हत्या, पटना में महिला की गोली मारकर हत्या, दो सगे भाइयों पर गोलियों की बौछार, एक की हत्या।
तेजस्वी के बयान पर जदयू का पलटवार
गयाजी गैंगरेप मामले पर जदयू का बयान भी आया है। जदयू नेता नीरज कुमार ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर कहा कि बिहार की जनता को नीतीश कुमार और NDA की सरकार पर पूरा भरोसा है। बिहार में अब संगठित अपराध नहीं होते। NDA की सरकार अपराधियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। बिहार में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण नहीं मिलता है। कोई भी अपराध करे, पुलिस 24 से 72 घंटे के भीतर कार्रवाई करती है। बिहार में कानून का राज चल रहा है।