पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट: LOC पर लगातार 10वें दिन सीजफायर उल्लंघन, POK में दहशत का माहौल
Pahalgam Terror Attack: हथियारों व गोला-बारूद की जबरदस्त कमी से जूझ रहा पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर फायरिंग से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तानी सेना यहां छोटे हथियारों से फायरिंग कर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है।
Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और सख्त कर दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जिससे देशभर में आक्रोश फैल गया। जवाबी कार्रवाई में भारत सरकार ने न केवल कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को घेरा, बल्कि मैदान पर भी सेना को पूरी छूट दी गई है। इसके बाद पाकिस्तान की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है।
पाकिस्तान की तरफ से लगातार 10वें दिन संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया। 3-4 मई की रात को पाकिस्तान सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों में छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारतीय सेना ने इस उकसावेपूर्ण हरकत का सटीक और मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना ने संयम और अनुशासन दिखाते हुए जवाबी कार्रवाई की, लेकिन किसी भी दुस्साहस को बर्दाश्त न करने का स्पष्ट संकेत दे दिया है। हालांकि अब तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भारत ने लगाए कई आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध लगाए हैं। सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया है, पाकिस्तान के नागरिकों के वीजा रद्द किए गए हैं और कई लोगों को भारत से डिपोर्ट किया गया है। भारत ने पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात पर भी रोक लगा दी है। इस हमले के पीछे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में प्रशिक्षित आतंकियों का हाथ बताया जा रहा है।
इसका असर अब POK में साफ दिख रहा है। भारत की संभावित कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने वहां लाउडस्पीकर पर अजान तक बंद करा दी है। इलाके में 1000 से अधिक मदरसों को बंद कर दिया गया है, होटल खाली हैं, शादी समारोहों पर रोक है, और लोगों ने राशन जमा करना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से तमाम सार्वजनिक गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी है। पाकिस्तान को डर है कि भारत अब POK में स्थित आतंकी ठिकानों को स्थायी रूप से खत्म करने की कार्रवाई कर सकता है।
इस बार भारत के रुख को देखकर यह स्पष्ट है कि देश आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के मूड में है, और पाकिस्तान को इसका गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।