क्या हुआ था पहलगाम में?
पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और हिंदुओं की पहचान करने के बाद उन्हें गोलियों से भून दिया। कर्नाटक के मंजूनाथ और कानपुर के शुभम द्विवेदी जैसे पर्यटकों की हत्या के बाद उनकी पत्नियों को आतंकियों ने ताना मारते हुए कहा कि वे जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसकी खबर दें। इस घटना ने न केवल देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए, बल्कि आतंकियों की इस बेशर्म चुनौती ने लोगों के दिलों में गुस्सा भर दिया।
सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं लोग?
X पर इस घटना के बाद से ही #PahalgamAttack और #JammuKashmir ट्रेंड कर रहे हैं। लोग आतंकियों की इस हरकत को कायराना बता रहे हैं और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कुछ प्रमुख पोस्ट्स में लोगों ने लिखा।
आतंकियों ने कहा था ‘मोदी को बता देना’, अब मोदी ने आतंकियों को बता दिया कि मुझे पता चल गया, अब तुम मेरी सुनो।” वही दूसरा यूजर लिखता है, आतंकियों ने हमारी बहनों के सुहाग उजाड़ने के बाद कहा था कि जाओ मोदी को बता देना.. मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर लांच करके घर में घुस के धुआँ धुआँ करके बता दिया है कि मोदी तक बात पहुँच गई है
लोगों का गुस्सा और उम्मीद
सोशल मीडिया पर इस घटना ने एकजुटता और गुस्से का माहौल पैदा किया है। यूजर्स आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात कर रहे हैं। कई लोगों ने लिखा कि भारत अब ऐसी चुनौतियों को चुपचाप नहीं सहेगा। एक यूजर ने लिखा, “आतंकियों को लगता है कि वे डर फैला देंगे, लेकिन भारत अब पहले से ज्यादा मजबूत है।”
90 आतंकी ढेर
RAW की मदद से भारतीय सेनाओं ने जिन ठिकानों की पहचान की थी, उनमें से चार पाकिस्तान में और पाँच पीओके में स्थित थे। भारतीय खुफिया सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में 80 से 90 आतंकवादी मारे गए, जिनमें बहावलपुर और मुरीदके के शिविरों में सबसे अधिक 25-30 दहशतगर्द ढेर हुए हैं।
15 दिन बाद मुंहतोड़ जवाब
भारत ने ठीक 15 दिन बाद पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। हमले के लिए जिम्मेदार समूहों से जुड़े आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाकर यह ऑपरेशन सटीकता के साथ किया गया। भारत सरकार ने पुष्टि की है कि सभी नौ ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया गया, जिससे पाकिस्तान में कोई भी नागरिक या सैन्य ढांचा प्रभावित नहीं हुआ।