20 से अधिक देशों के नेताओं में सबसे आगे मोदी
रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी को 75 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला और सिर्फ 18 प्रतिशत जनता ने उनके कार्यों को लेकर असंतोष व्यक्त किया। इसके अलावा 7 प्रतिशत लोगों ने इसे लेकर कोई राय नहीं दी। यह सर्वे 4 जुलाई से 10 जुलाई के बीच किया गया था और इसमें 20 से अधिक देशों के नेताओं को रेटिंग दी गई थी। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी जैसे मशहूर नेताओं के नाम भी शामिल थे। लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री ने विश्व के सभी नेताओं को पीछे छोड़ते हुए 75 प्रतिशत अप्रुवल के साथ पहला स्थान प्राप्त किया।
मोदी के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति दूसरे नंबर पर
पीएम मोदी के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्युंग इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर रहे। जे-म्युंग को इसमें 59 प्रतिशत लोगों की अप्रुवल रेटिंग मिली। लिस्ट में तीसरे स्थान पर अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई रहे जिन्हें 57 प्रतिशत लोगों का अप्रुवल मिला। इसके बाद 56 प्रतिशत अप्रुवल रेटिंग के साथ कनाडा के मार्क कार्नी इस लिस्ट में चौथे और 54 प्रतिशत अप्रुवल रेटिंग के साथ ऑस्ट्रेलिया के एंथनी अल्बनीज़ इस लिस्ट में पांचवे स्थान पर रहे।
टॉप 5 में भी नहीं दिखे ट्रंप
अपने आप को विश्व के सबसे ताकतवर नेताओं में से एक बताने वाले ट्रंप इस लिस्ट में टॉप 5 में भी नजर नहीं आए। इस लिस्ट में ट्रंप को केवल 44 प्रतिशत अप्रुवल रेटिंग मिली, जबकि 50 प्रतिशत लोग उनके विरोध में थे। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को भी सिर्फ 40 प्रतिशत जनता का समर्थन मिला और 54 प्रतिशत लोग उनसे असंतोष रहे। दक्षिण अफ्रीका के सिरिल रामाफोसा को भी 54 प्रतिशत नेगेटिव वोट मिले। इसके अलावा जर्मनी के फ्रेडरिक मर्ज़, ब्राजील के लूला द सिल्वा और जर्मनी के फ्रेडरिक मर्ज़ जैसे नेताओं को भी 50 प्रतिशत से कम अप्रुवल रेटिंग मिली।
फ्रांस के राष्ट्रपति को सबसे कम अप्रुवल
इस लिस्ट में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री पेट्र फिआला सबसे कम लोकप्रिय लोकतांत्रिक नेताओं में से रहे। इन्हें केवल 18 प्रतिशत लोगों का अप्रुवल मिला जबकि 74 प्रतिशत लोग इनसे असंतुष्ट थे। इसके अलावा जापान के शिगेरु इशिबा को भी सिर्फ 20 प्रतिशत लोगों का अप्रुवल मिला जबकि 66 प्रतिशत लोगों ने उनके कामों को नापसंद किया।