क्यों रखा गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पुरुष थे। इस हमले को पाकिस्तान समर्थित
आतंकी संगठनों ने अंजाम दिया था, जिसके बाद कई महिलाओं की मांग का सिंदूर उजड़ गया। भारतीय सेना ने इस हमले का बदला लेने के लिए अपने ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा, जो उन विधवाओं के दर्द और भारतीय संस्कृति में सिंदूर के महत्व को दर्शाता है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने लिखा, “सिंदूर मिटाने वालों को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर से करारा जवाब दिया।”
पाकिस्तान में हड़कंप, गूगल सर्च में उछाल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर इस नाम को लेकर चर्चा तेज हो गई है। कई पाकिस्तानी नागरिक, जो इस सांस्कृतिक प्रतीक से अनजान हैं, गूगल पर ‘सिंदूर क्या होता है’ और ‘सिंदूर का अर्थ’ जैसे सर्च कर रहे हैं। भारतीय खुफिया सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन न केवल सैन्य दृष्टिकोण से बल्कि मनोवैज्ञानिक रूप से भी पाकिस्तान पर भारी पड़ रहा है। एक भारतीय सेना के अधिकारी ने कहा, “हमारा उद्देश्य आतंकवाद को जड़ से खत्म करना है, और इस ऑपरेशन का नाम उन परिवारों के दर्द को दर्शाता है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया।”
ऑपरेशन सिंदूर: क्या हुआ?
7 मई 2025 की तड़के 1:44 बजे, भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरिदके शामिल थे। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “यह ऑपरेशन सटीक, संयमित और गैर-उत्तेजक था। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।” पाकिस्तान दे रहा धमकी
पाकिस्तान ने इन हमलों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि हमलों में 8 लोग मारे गए, जिनमें एक बच्चा शामिल है, और 35 घायल हुए हैं। हालांकि, पाकिस्तानी दावों में विरोधाभास है, क्योंकि कुछ स्रोतों ने कहा कि हमले में कोई आतंकी ठिकाना नहीं, बल्कि नागरिक इमारतें निशाना बनीं। दूसरी ओर,
भारतीय सेना ने कहा कि ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर मारे गए हैं।
भारत में एकजुटता
भारत में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पूरे देश में एकजुटता देखी जा रही है। विपक्षी नेता राहुल गांधी, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और RJD नेता तेजस्वी यादव ने सेना की कार्रवाई की सराहना की। बॉलीवुड हस्तियों जैसे परेश रावल, रितेश देशमुख और निम्रत कौर ने भी सोशल मीडिया पर सेना को बधाई दी। वहीं, पाकिस्तान में इस ऑपरेशन ने दहशत फैला दी है। कई पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट्स जैसे Dawn और Geo News को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है, जिससे वहां सूचना का प्रवाह सीमित हो गया है।
क्यों रखा ‘सिन्दूर’ नाम
हिंदू संस्कृति में सिंदूर सुहागिन महिलाओं के लिए पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख का प्रतीक है। पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की पत्नियों के दर्द को ध्यान में रखते हुए इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया, जो न केवल सैन्य शक्ति बल्कि भारत की सांस्कृतिक भावनाओं को भी दर्शाता है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “पाकिस्तान ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा, अब भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर से बदला लिया।”
आतंक के खिलाफ जवाबी कार्रवाई
भारत ने साफ कर दिया है कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ है, न कि पाकिस्तानी सेना या नागरिकों के खिलाफ। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, विश्व को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए। दूसरी ओर, पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई और क्षेत्रीय तनाव बढ़ने की आशंका बनी हुई है। भारतीय सेना ने कहा कि वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।