दस दिन के इलाज के बाद भी बच्चों की हालत में नहीं हुआ सुधार
जानकारी के मुताबिक बिहार के पश्चिमी चंपारण निवासी मधेश्वर कुमार पांडेय ने बताया कि उनके नाबालिग भांजों अमन तिवारी और विशाल तिवारी को करंट लग गया था। इलाज के लिए उन्हें गोरखपुर लेकर आए। दोनों को मेडिकल कॉलेज रोड स्थित पायनियर अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने दस दिन में 1.17 लाख रुपए वसूल लिए, लेकिन बच्चों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।
परिजनों ने कारण पूछा तब डॉक्टर ने धमकाया
मधेश्वर ने कहा कि पैसे भी ले लिए और बच्चों की हालत में सुधार भी नहीं हुआ, इस पर डॉक्टर ऐश्वर्य श्रीवास्तव भड़क गया। उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी और हाथापाई करते हुए अस्पताल से बाहर निकाल दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डॉक्टर ऐश्वर्य श्रीवास्तव बिना डिग्री के उपचार करता है, वह मरीजों से इलाज के नाम पर वसूली करता है।
पीड़ित का आरोपी…फर्जी डिग्री पर डॉक्टर करता है इलाज
पीड़ित मधेश्वर कुमार पांडेय ने मामले की शिकायत SP सिटी अभिनव त्यागी से की। SP के आदेश पर गुलरिहा थाना पुलिस ने आरोपी चिकित्सक के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। आरोपित पर IPC की धारा 419, 420, 504 और 506 के तहत धोखाधड़ी, धमकी और गाली-गलौज का केस दर्ज किया गया है, मामले की जांच गुलरिहा थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह कर रहे हैं।