ट्रैप कैमरे में कैद हुआ अनमोल दृश्य
शनिवार को टाइगर रिजर्व की टीम ने ट्रैप कैमरे की निगरानी में एन-112 को पहली बार अपने चार नवजात शावकों के साथ देखा। तस्वीरों में वह घने जंगल के छायादार क्षेत्र में अपने बच्चों को दूध पिलाते और आराम कराते नजर आई। यह दृश्य कैमरे में कैद होते ही रिजर्व प्रबंधन में खुशी की लहर दौड़ गई।
राधा की विरासत आगे बढ़ा रही एन-112
बता दें कि एन-112, रिजर्व की पहली बाघिन एन-1 राधा की संतान है। बाघिन राधा को 2019 में नर बाघ एन-2 किशन के साथ रिजर्व में लाया गया था। एन-1 और एन-2 की जोड़ी ने पहली बार तीन शावकों को जन्म दिया था। एन-111, एन-112 और एन-113, लेकिन अब एन-112 खुद दूसरी बार मां बनकर अपनी मां राधा की विरासत को आगे बढ़ा रही है।
शावकों की उम्र 15 से 20 दिन
रिजर्व उपसंचालक डॉ. एए अंसारी के अनुसार एन -112 के सभी शावक स्वस्थ हैं और उनकी उम्र लगभग 15 से 20 दिन की प्रतीत हो रही है। सुरक्षा कारणों से बाघिन और शावकों की सटीक लोकेशन गोपनीय रखी गई है, लेकिन क्षेत्र में सामान्य आवाजाही रोक दी गई है और सुरक्षा के मद्देनजर निगरानी बढ़ा दी गई है।
राधा-किशन फैमिली ट्री, अब कुल 24 बाघ
बता दें कि वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में 2019 से अब तक का सफर एक सफल ब्रीङ्क्षडग प्रोजेक्ट की मिसाल बन चुका है। एन-1 ने दो बार शावकों को जन्म दिया जिसमें पहली बार में 3, दूसरी बार में 4 शावक जन्में। वहीं एन-111 ने मई 2023 में चार शावकों जन्म दिया था। वहीं एन-112 ने नवंबर 2023 में पहले लिटर और मई 2025 में दूसरे लिटर में कुल 8 शावकों को जन्म दिया है। इस तरह अब कुल बाघों की संख्या 24 हो चुकी है, जिसमें प्राकृतिक जन्म से बढ़ोतरी के साथ साथ प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व से लाए गए बाघ बाघिन भी शामिल हैं। बाघिन एन-112 द्वारा चार शावकों का जन्म टाइगर रिजर्व के लिए गर्व की बात है। यह हमारे संरक्षण प्रयासों की सफलता का प्रमाण है। निगरानी और सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया गया है।
– डॉ एए अंसारी, रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर