कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने कहा कि यह उपलब्धि विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके पालकों और शिक्षकों की संयुक्त मेहनत का परिणाम है। उन्होंने चयनित विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान उन्हें, उनकी कड़ी मेहनत और अनुशासन का प्रतिफल है। उन्होंने उपस्थित छात्रों से कहा कि हर विद्यार्थी खुद से यह प्रश्न जरूर पूछे कि वह स्कूल क्यों आ रहा है। जब यह सवाल भीतर से उठेगा, तो पढ़ाई भी एक मिशन बन जाएगी। इस अवसर पर शेषराव यादव ने कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों और पालकों को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और लगातार इस दिशा में काम कर रही है। कार्यक्रम के अंत में चयनित विद्यार्थियों को प्रतीक स्वरूप डमी चेक देकर 25 हजार रुपए का वितरण किया गया।