इस मुकाबले की पहली पारी में टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने दोहरा शतक जड़ा था। वह भारतीय कप्तान द्वारा सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज भी बन गए थे। उन्होंने 269 रन बनाए और भारत को पहली पारी में 587 के स्कोर तक पहुंचाया। इंग्लैंड की पहली पारी 407 रन पर ढेर हो गई और टीम इंडिया ने 180 रन की बढ़त हासिल कर ली। दूसरी पारी में भी गिल का बल्ला गरजा और शतक जड़ दिया। यही नहीं उन्होंने भारत के महान बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। वह एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए।
1971 में गावस्कर ने किया था ये काम
आपको बता दें कि सुनील गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक मैच में 344 रन बनाए थे। इसी पारी में गावस्कर ने पहली पारी में दोहरा शतक और दूसरी पारी में शतक लगाकर कुल 344 रन पूरे किए थे। गिल ने पहली पारी में 269 रन बनाए थे और दूसरी पारी में शतक जड़ दिया है। वह कप्तान के तौर पर ऐसा करने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इंग्लैंड दौरे से पहले गिल का सेना देशों में बैटिंग औसत काफी खराब था लेकिन इस सीरीज की सिर्फ 4 पारियों में गिल अब तक 500 से अधिक रन बना चुके हैं। क्रिकेट वर्ल्ड में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के डग वॉल्टर्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ ये कारनामा किया था। उन्होंने 1969 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में 242 और दूसरी पारी में 103 रन बनाए थे। इसके बाद 1971 में भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में 124 और दूसरी पारी में 220 रन बनाए। वेस्टइंडीज के लौरेंस रोवे ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 1974 में पहली पारी में 214 और दूसरी पारी में 100 रन बनाए। इसके बाद ग्रेग चैपल, ग्रामह गूच, ब्रायन लारा, कुमार संगाकारा और मार्नस लाबुशेन ने भी ये कारनामा किया। शुभमन गिल ने इंग्लैंड की धरती पर विदेशी बल्लेबाज के रूप में यह कारनामा कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।