महाराष्ट्र से नागद्वारी आने वाले यात्री नवेगांव होते हुए मोरखा आते हैं। फिर यहां से जुन्नारदेव के निमोटी पहुंचते हैं। यही छिंदवाड़ा जिले का सीमावर्ती गांव है। यहां से पैदल दमुआ, हिरदागढ़ की यात्रा होती है। फिर कांगड़ा, गोरखघाट से होते हुए आलमोद पहुंचकर नागद्वार यात्रा का एक पड़ाव पूरा करते हैं। यहीं मार्ग पर बोर नाला भी है। यह शुक्रवार को भारी बारिश से उफान पर रहा। इससे नागद्वारी यात्रा रुकी रही। दोनों तरफ जाम लगा रहा। मार्ग खुलने पर यात्री निकल पाए। दमुआ पुलिस के बैरिकेड्स इस मार्ग पर बने रहे।