ब्लॉक के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती में असंतुलन है। कहीं पांच बच्चों पर तीन शिक्षक नियुक्त हैं, तो कहीं जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या अधिक है, वहां अध्यापकों की भारी कमी बनी हुई है। हकीकत यह है कि सरकारी स्कूलों में सरकार लगातार नए-नए जतन कर अनेकों योजनाएं चला रही है। उसके बावजूद भी नामांकन बढ़ाना शिक्षकों के लिए चुनौती से कम नहीं है।
विद्यालय में नामांकन और अध्यापकों की संख्या
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय चितारी नामांकन 0, अध्यापक 02
- राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला सोगरिया नामांकन 0, अध्यापक 02
- राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल लखनपुर में कक्षा 6 से 8 तक अध्यापक 03, नामांकन 05
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय नगला इंद्रमल नामांकन 14, अध्यापक 02
- राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कारों मेंव नामांकन 14, अध्यापक 05
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय पीरी का मंदिर नामांकन 11, अध्यापक 02
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय बाजीदपुरा नामांकन 14, अध्यापक 02
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय अजान का मंदिर नामांकन 14, अध्यापक 02
- राजकीय प्राथमिक विद्यालय नगला माली नामांकन 11, अध्यापक 02
- राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हंतरा में कक्षा 1से 5 तक नामांकन 01, अध्यापक 03
नदबई ब्लॉक में विद्यालय
कुल विद्यालय: 136
राजकीय प्राथमिक विद्यालय: 21 उच्च प्राथमिक विद्यालय: 59 उच्च माध्यमिक विद्यालय: 56 जानकारी मेरे संज्ञान में आई है। जिसको लेकर सीबीईओ से बात कर के जहां अध्यापकों की संख्या कम है। वहां ऐसे अध्यापकों को कार्य व्यवस्था लगाया जाएगा। नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
अनित शर्मा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, भरतपुर