Buttermilk For Hair Care: छाछ से पाएं नेचुरल शाइन और सॉफ्ट बाल
Buttermilk For Hair Care: अगर बालों की चमक चली गई है और बाल भी ज्यादा झड़ रहे हैं, तो आप अपने बालों में छाछ का सिस्टमेटिक केयर कर सकते हैं। छाछ न सिर्फ पाचन के लिए, बल्कि आपके बालों की सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। आइए जानते हैं इसका उपयोग कैसे कर सकते हैं।
Benefits OfButtermilk For Hair Care: बदलते के मौसम में बालों की देखभाल करना मुश्किल हो सकता है। धूल, पसीना और केमिकल युक्त शैंपू बालों की नमी छीन लेते हैं, जिससे वे रूखे और बेजान हो जाते हैं। ऐसे में घरेलू और नेचुरल उपाय सबसे बेहतर होते हैं। छाछ (Buttermilk) एक ऐसा ही नेचुरल इंग्रीडिएंट है जो न सिर्फ बालों को पोषण देता है बल्कि उन्हें नेचुरल शाइन और सॉफ्टनेस भी करता है।
छाछ बालों के लिए फायदेमंद कैसे है?(Buttermilk benefits for hair)
छाछ में मौजूद पोषण तत्व
href="https://www.patrika.com/lifestyle-news/drink-buttermilk-daily-these-5-conditions-can-make-it-harmful-chhachh-ke-fayde-aur-nuksan-19702132" target="_blank" rel="noreferrer noopener">छाछ में प्रोटीन, लैक्टिक एसिड और विटामिन्स जैसे B12 और D मौजूद होते हैं, जो स्कैल्प को कूलिंग इफेक्ट देते हैं और बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं।
डैंड्रफ से राहत
अगर आप डैंड्रफ की समस्या से परेशान हैं तो छाछ का इस्तेमाल रामबाण साबित हो सकता है। इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड स्कैल्प को एक्सफोलिएट करता है और फंगल इंफेक्शन से लड़ता है।
बालों को बनाता है मुलायम और चमकदार
छाछ को बालों में लगाने से बालों में नेचुरल चमक आती है और वे सॉफ्ट हो जाते हैं। आप चाहें तो इसमें थोड़ा शहद या एलोवेरा जेल मिलाकर हेयर मास्क के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
केमिकल डैमेज से बचाव
छाछ बालों में मौजूद केमिकल डैमेज को रिपेयर करने में मदद करता है, खासतौर पर अगर आपने बालों में कलर या स्ट्रेटनिंग करवाई हो।
कैसे करें इस्तेमाल (How to apply buttermilk on hair)
एक कप छाछ लें और उसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं।
इस मिक्स को स्कैल्प और बालों की लंबाई पर लगाएं।
25–30 मिनट बाद माइल्ड शैंपू से धो लें।
हफ्ते में 1–2 बार इसका उपयोग करें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।