एसएसपी ने थाने में पहुंचते ही सबसे पहले रजिस्टरों की जांच शुरू की। त्योहार रजिस्टर से लेकर लंबित मामलों और एफआईआर से जुड़े अभिलेखों को देखा। कई रजिस्टर अपडेट नहीं मिले और त्योहार रजिस्टर में इंडेक्स तक नहीं था। इस पर एसएसपी ने हेड मोहर्रिर रामनिवास के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं। महिला हेल्प डेस्क और जनसुनवाई डेस्क पर भी लापरवाही सामने आई। शिकायतकर्ताओं से फीडबैक नहीं लिया गया था और न ही उसे रजिस्टर में दर्ज किया गया था। इस पर भी संबंधित कर्मचारियों पर जांच बैठा दी गई है।
निरीक्षण के दौरान एसएसपी ने थाने की साफ-सफाई, फर्नीचर की स्थिति, कार्यालय की मरम्मत और परिसर के सौंदर्यीकरण को लेकर भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि थाने का वातावरण ऐसा होना चाहिए जिससे आम आदमी बेझिझक अपनी बात कह सके। अपराध नियंत्रण को लेकर भी एसएसपी ने कोतवाली इंस्पेक्टर अमित पांडे को निर्देश दिए कि गंभीर अपराधों की जांच समय से पूरी की जाए और लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटाया जाए। इसके साथ ही रात्रि गश्त को और सख्ती से लागू करने को कहा गया।
एसएसपी ने कंप्यूटरकर्मियों को सीसीटीएनएस सिस्टम पर नियमित अपडेट और डिजिटलीकरण पर फोकस करने को भी कहा। निरीक्षण के दौरान सीओ प्रथम आशुतोष शिवम भी मौजूद रहे। एसएसपी ने साफ किया कि थानों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जनता की शिकायतों का समयबद्ध और निष्पक्ष निस्तारण ही प्राथमिकता है।