जयपुर. आज से कुछ वर्षों पहले तक टिड्डी दल फसलों को नुकसान पहुंचाते थे। ये कीट कई बार तो पूरा खेत चट कर जाते थे। अब वहीं बगरू क्षेत्र में नीले रंग का ब्ल्यू मिंट बीटल नाम का कीट देखा गया है। जानकारी में सामने आया कि यह कीट ग्राम छीतरोली के खेतों में उग रहे पेड़-पौधों, आक व घरों के हेज को चट कर नुकसान पहुंचा रहा है। अभी जहां पेड़-पौधों की पत्तियां खाकर चट कर रहा है, वहीं अब किसानों को अपनी फसल के चट करने की आशंका की चिन्ता सता रही है। वहीं कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह कीट पेड़-पौधों की पत्तियां व खरपतवार को ही नुकसान पहुंचाता है, फसलों को नुकसान नहीं पहुंचाता। इस दौरान ग्रामीण छीतरमल डाबला, रामनिवास मेहता व हनुमान डाबला आदि ग्रामीणों ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि दो-तीन दिन पहले घर में लगी हुई हेज़ पर बैठे हुए एक नीले रंग के चमकदार कीट के काफी संख्या में झुण्ड ने हेज को चट कर गया। वहीं खेतों व मेड पर लगे पेड़-पौधों की पत्तियों व आक पर बैठकर चट करता हुआ नजर आया। आक के पौधों को तो खाकर ठूंठ कर दिया है। हालांकि कृषि विशेषज्ञों के अनुसार फसलों को नुकसान नहीं पहुंचाता है। फिर भी नुकसान हो तो फसलों पर कीटनाशक दवाओं के छिड़काव किए जाने की सलाह दी।
इनका कहना है…… – यह ब्ल्यू मिंट बीटल नाम का कीट है, हालांकि यह खरपतवारों को अधिक व फसलों को कम नुकसान पहुंचाता है। फिर भी डेल्टामेथरिन या लेमड़ाहेलोथरीन का छिड़काव करें। वहीं सर्च कर इस कीट की जांच पड़ताल की जाएगी।