योजना के तहत बच्चों की माताओं के बीच रोमांचक स्पर्द्धाएं भी होंगी। स्कूलों में महिलाओं के लिए नृत्य, गायन, बाधा दौड़, चम्मच दौड़, गिलास दौड़, सितोलिया व धागे में सुई पिरोने सहित उनकी अभिरुचि अनुसार प्रतियोगिताएं होंगी। आयोजन में बच्चों के दादा-दादी व नाना-नानी भी शामिल हो सकेंगे। अभिभावकों की स्कूल में सहभागिता बढ़ाने के लिए शिक्षा परिषद ने कलैंडर भी जारी किया है। इसके तहत स्कूलों में जुलाई व दिसंबर में भाषा व विकास, अगस्त व जनवरी में सामाजिक व नैतिक विकास, सितंबर व फरवरी में बौद्धिक विकास, अक्टूबर व मार्च में शारीरिक विकास तथा नवंबर व अप्रेल में सृजनात्मक विकास संबंधी गतिविधियां करवाना प्रस्तावित होंगी।
इसीलिए पड़ी जरूरत नई शिक्षा नीति में बच्चों की देखभाल व प्रारंभिक शिक्षा में समाज के सहयोग को जरूरी माना है। ऐसे में पूर्व प्रारंभिक शिक्षा को सहज बनाने व बच्चों के गुणात्मक विकास के लिए शिक्षा विभाग नए सत्र से कम्युनिटी कनेक्ट कार्यक्रम को अपना रहा है। बच्चों के प्रारंभिक शिक्षण में अभिभावकों व समाज की अहम भूमिका को ध्यान में रखते हुए जिले की बाल वाटिका वाली महात्मा गांधी स्कूलों में यह कार्यक्रम होंगे।