जेजेएम योजना से जुड़े ठेकेदार, जलदाय विभाग के अभियंता और जनता के प्रति कितने सतर्क हैं इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि 4 साल से संबंधित ठेकेदार को काफी संख्या में नोटिस जारी किए गए, उसके बाद भी जेजेएम योजना शुरू नहीं हो पाई। जलदाय विभाग के अभियंता भी महज नोटिस निकाल कर इतिश्री कर रहे, जबकि एनआईटी में शर्त होती है कि निश्चित समय में काम पूरा न होने पर ठेकेदार की अमानत राशि जब्त कर उसकी फर्म को ब्लैकलिस्ट किया जाता है। पंचायत समिति सदस्य रामबास यासिबाला का भी आरोप है कि नगर पालिका से जुड़े कर्मचारी रामबास में जाकर समस्याओं का समाधान नहीं करवाते, अगर कोई व्यक्ति समस्या लेकर नगर पालिका में जाता है, तो उसे उच्च अधिकारी को नहीं दिया जाकर रद्दी के रूप में काम में लिया जाता है। जिसका खामियाजा रामबास की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
पानी सप्लाई शुरू करने की बात कही है हमारी ओर से ठेकेदार को काफी नोटिस निकाल दिए गए, जो कि ऑफिस की फाइल में लगाए हुए हैं। ठेकेदार की ओर से चार-पांच दिन में लाइन में सप्लाई शुरू करने की बात कही है।
जैकी शर्मा, सहायक अभियंता जलदाय विभाग, लक्ष्मणगढ़।…………………. महिलाओं को समझा कर जाम खुलवाया एक मोहल्ले में पानी नहीं जा रहा था। जेजेएम योजना के ठेकेदार को नोटिस जारी किए हुए हैं। उनके ऊपर अन्य कार्रवाई उच्च अधिकारी करेंगे। ग्राम पंचायत की ओर से पाने की सप्लाई की जा रही थी। मौके पर पहुंच कर जाम लगने वाली महिलाओं को समझा कर जाम खुलवाया।
निशा मीना, कनिष्ठ जलदाय विभाग, गोविंदगढ़।………………. पालिका को करनी होगी पानी की व्यवस्था नगर पालिका की ओर से व्यवस्था नहीं संभल रही है। ग्राम पंचायत समाप्त होने के बाद पालिका की जिम्मेदारी है। जेजेएम योजना का भी कई सालों से काम शुरू नहीं हो पाया, जिसका खामियाजा जनता उठा रही है। अब नगर पालिका को ही पानी की व्यवस्था करनी पड़ेगी।
भोती देवी, सरपंच ग्राम पंचायत रामबास।