कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीएम पाली अंबिकेश प्रताप सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं की भूमिका बेहद अहम है। उन्होंने अपील की है कि महिलाएं अपने घरों में पौधे तैयार करें और उन्हें बच्चों के जन्मदिन या वैवाहिक वर्षगाँठ पर लगाएं। पाली विकासखंड के कुमुर्दू में जिला समन्वयक रविन्द्र शुक्ल एवं विकासखंड समन्वयक पुष्पा टेकाम एवं ग्रामवासी और माताएं बहनें मौजूद रहीं। कलश यात्रा के रूप में पूरे गांव में भ्रमण किया गया। इस यात्रा के माध्यम से ग्रामवासियों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलश पूजन से किया गया, इसके बाद संरक्षण की शपथ के साथ महिलाओं को पौधे प्रदान किए गए। जिला समन्वयक ने ‘नवांकुर सखी’ एवं ‘हरियाली यात्रा’ कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पूरे प्रदेश में संचालित किया जा रहा है। महिलाओं को बीज रोपित थैलियां वितरित की जा रही हैं, जिनमें बीजों का संरक्षण कर पौधे तैयार किए जाएंगे और उन्हें विशेष अवसरों पर रोपित किया जाएगा।
पौधों की देखभाल अपने बच्चों की तरह ही करें
विकासखंड समन्वयक पुष्पा टेकाम ने जन अभियान परिषद के कार्यों की विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बच्चों की शिक्षा और ग्राम को नशा मुक्त एवं हरा-भरा बनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, हम पेड़ों की देखभाल उसी तरह करें जैसे अपने बच्चों की करते हैं। कार्यक्रम का समापन भजन प्रस्तुति के साथ हुआ, जिसमें महिलाओं ने भावपूर्ण गीतों के माध्यम से प्र.ति प्रेम और हरियाली का संदेश दिया। समापन के दौरान नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सभी का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस प्रकार के जनहितकारी कार्यक्रमों में सहयोग की अपील की। इस अवसर पर ग्राम के जन प्रतिनिधियों प्रकाश पालीवाल, सरपंच माया एवं अनुविभागीय अधिकारी पाली अंबिकेश प्रताप सिंह एवं उपसरपंच कोमल सिंह जनप्रतिनिधि हरभजन सिंह, नारायण सिंह, नवांकुर संस्था नगर विकास प्रस्फुटन समिति सेक्टर क्रमांक 2 के अध्यक्ष एवं कृष्णा विश्वकर्मा, माया उपाध्याय, छात्र रोहन सिंह, वैशाली सिंह, अजय चौधरी, सचिन विश्वकर्मा, आरती विश्वकर्मा एवं परामर्शदाता संजय कुमार साहू, उषा प्रजापति शामिल रहे।