रक्षाबंधन की तिथि और शुभ समय (Raksha bandhan 2025)
रक्षाबंधन इस वर्ष शनिवार, 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का कोई प्रभाव नहीं रहेगा।रक्षाबंधन का शुभ समय (Raksha Bandhan Shubh Muhurat 2025)
घटना | दिनांक और समय |
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पूर्णिमा तिथि प्रारंभ | 8 अगस्त 2025, दोपहर 2:12 बजे |
पूर्णिमा तिथि समाप्त | 9 अगस्त 2025, दोपहर 1:21 बजे |
शुभ चौघड़िया | प्रातः 07:35 से 09:15 बजे तक |
चर-लाभ-अमृत चौघड़िया | दोपहर 12:32 से शाम 05:26 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 12:08 से 12:56 बजे तक |
-पूर्णिमा तिथि समाप्त: 9 अगस्त 2025 को दोपहर 1:21 बजे
-शुभ चौघड़िया: प्रातः 07:35 से 09:15 बजे तक
-चर-लाभ-अमृत चौघड़िया: दोपहर 12:32 से शाम 05:26 बजे तक
-अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:08 से 12:56 बजे तक
इन शुभ समयों में राखी बांधना विशेष रूप से फलदायी रहेगा।
इस बार नहीं है भद्रा का अशुभ साया

रक्षाबंधन पर बन रहे हैं शुभ योग (Raksha Bandhan 2025)
इस साल रक्षाबंधन के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जैसे -सौभाग्य योग,शोभन योग और सर्वार्थ सिद्धि योग। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन योगों में किया गया कोई भी शुभ कार्य विशेष फलदायी होता है और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। ये योग रक्षाबंधन के महत्व को और बढ़ा देते हैं।राखी बांधने की विधि और दिशा (Raksha Bandhan)
-राखी बांधते समय ध्यान रखें कि भाई पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठे। पूजा की थाली में चावल, रोली, दीपक, राखी और मिठाई रखें।-सबसे पहले भाई को रोली से तिलक करें।
-तिलक के बाद अक्षत (चावल) लगाएं, जो अखंड शुभता का प्रतीक हैं।
-फिर राखी बांधें और आरती उतारें।
-भाई को मिठाई खिलाएं और दीर्घायु की कामना करें।
-कई स्थानों पर सिक्के से नजर उतारने की भी परंपरा है, जिसे आप चाहें तो पालन कर सकते हैं।