Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ की गुफा में भाग्य से मिलता है सफेद कबूतर का दर्शन, जानते हैं इसके 5 आध्यात्मिक संकेत
Amarnath Yatra 2025 Start Date : सावन 2025 आने वाला है, इस दौरान बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा निकाली जाएगी। यहां अमरनाथ की गुफा में सफेद कबूतर का दर्शन बेहद शुभ माना जाता है। आइये जानते हैं इसका फल और आध्यात्मिक संकेत क्या होता है (Spiritual Signs Of Dove Pair In Amarnath Cave)
spiritual signs Of white dove Pair in Amarnath cave: अमरनाथ की गुफा में सफेद कबूतर दिखने का आध्यात्मिक संकेत
Spiritual Signs Of Dove Pair In Amarnath Cave: अमरनाथ यात्रा 2025 की शुरुआत इस साल 3 जुलाई गुरुवार से हो रही है, जो परंपरागत रूप से पहलगाम और बालटाल से शुरू होगी। इसके पहले रजिस्टर्ड यात्रियों को जम्मू में शिविर कैंप से यात्रा की तैयारी करनी होगी।
पहले हेलीकॉप्टर सेवा भी संचालित होती थी पर इस बार यह सेवा बंद रहेगी। बहरहाल, आइये जानते हैं अमरनाथ का महात्म्य और यहां कबूतर का जोड़ा दिखने का आध्यात्मिक संकेत (Amarnath Yatra 2025 Start Date)
अमरनाथ गुफा का महात्म्य
किंवदंतियों के अनुसार अमरनाथ की गुफा में ही भगवान शिव ने माता पार्वती को उनके बार-बार जन्म और भगवान के अजन्मा रहने की अमरकथा सुनाई थी। इस कथा के अनुसार एक बार माता पार्वती ने भगवान शिव से मुंडमाला का रहस्य पूछा। इस पर भोलेनाथ बोले, जितनी बार तुम्हारा जन्म होता है मैं इस माला में एक मुंड जोड़ लेता हूं ये मुंड तुम्हारी अतृप्त इच्छाएं हैं।
इस पर माता ने अपनी बार-मृत्यु और भगवान के अमर होने की वजह पूछी, इस पर भगवान ने उन्हें अमरकथा सुनाने की बात कही। इसके लिए उन्होंने निर्जन स्थान खोजा, यही स्थान अमरनाथ की गुफा है। इसके लिए पहलगाम में उन्होंने नंदी को छोड़ दिया, चंदनवाड़ी में चंद्रमा, शेषनाथ में सर्प, महागुना पर्वत पर गणेश जी, पंजतरणी में पंचमहाभूत (पृथ्वी, जल, आकाश, अग्नि, वायु) को छोड़ दिया और अमरनाथ की गुफा में माता पार्वती के साथ पहुंचे।
यहां समाधि में जाने के बाद कालाग्नि का निर्माण कर गुफा से हर जीवित प्राणी को खत्म करने का आदेश दिया और अमरकथा सुनानी शुरू की। इसी बीच कहीं से कबूतर का यह जोड़ा वहां पहुंच गया और उसने भी अमरकथा सुन ली। भगवान शिव ने जब उन्हें देखा, तो उन्हें अमरत्व का वरदान दे दिया। मान्यता है यही जोड़ा अब तक यहां दिखाई देता है।
अमरनाथ यात्रा के दौरान गुफा में सफेद कबूतर का दिखाई देना शुभ संकेत माना जाता है। मान्यता है कि जिन भक्तों को यह जोड़ा दर्शन देता है उसे भोलेनाथ की विशेष कृपा मिलती है। हालांकि हर भक्त को इसके दर्शन नहीं होते, मान्यता है कि यह दैवीय संकेत होता है।
शिव कृपा से ही भक्तों को इनका दर्शन हो पाता है, और जिन्हें कबूतर के जोड़े का दर्शन होता है उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। ज्योतिषी आशुतोष वार्ष्णेय का कहना है कि अमरनाथ की गुफा में सफेद कबूतर का जोड़ा दिखना संकेत है कि भक्त के पिछले जन्मों के पुण्य कर्म जागृत होने लगे हैं और उसे शिव कृपा का लाभ मिलने वाला है। कबूतरों का दर्शन व्यक्ति के जीवन में शांति, प्रेम, समृद्धि और मानसिक बल लाता है।
अमरनाथ की गुफा में सफेद कबूतर के दर्शन के अन्य संकेत
आध्यात्मिक उन्नति का संकेत
सफेद रंग शुद्धता, सच्चाई और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है। मान्यता है कि अमरनाथ की गुफा में सफेद कबूतर दिखने से व्यक्ति की आत्मा के उच्च स्तर पर पहुंचने का संकेत मिलता है। साथ ही यह संकेत होता है कि व्यक्ति सांसारिक कर्मों से ऊपर उठकर आत्मज्ञान की ओर बढ़ रहा है।
जीवन साथी से संबंध अच्छे होने के संकेत
कबूतर प्रेम और शांति का प्रतीक होता है, भगवान शिव और मां पार्वती सुखद दांपत्य की आधारशिला हैं। ऐसे में अमरनाथ की गुफा में सफेद कबूतर दिखने से पारिवारिक संबंधों और जीवनसाथी से रिश्ते मजबूत होने का संकेत मिलता है।
कई तीर्थ यात्रियों का मानना है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान गुफा में सफेद कबूतर का जोड़ा दिखने से उनकी मनोकामनाएं पूरी हो गईं। यह यात्री की तपस्या को भगवान शिव और माता पार्वती द्वारा स्वीकार किए जाने का संकेत माना जाता है।
अमरनाथ यात्रा 2025 का उत्साह
आध्यात्म की ओर रूझान बढ़ने का संकेत
कई संतों का कहना है कि अमरनाथ की गुफा में सफेद कबूतर के जोड़े का दिखना आध्यात्म की ओर रूझान बढ़ने का संकेत होता है। संभव है ऐसा भक्त आध्यात्मिक मार्ग अपना ले या किसी सेवा कार्य में जुटने वाला हो।