सलमा की मौत छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तालापारा कस्बे में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी। उसका मायका उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर थाना क्षेत्र के तहत पड़ने वाले गांव मिलक खानम में है। सलमा की शादी करीब 15 साल पहले रामपुर जिले के अजीमनगर थाना क्षेत्र के गांव नगलिया का मझरा निवासी कारी बशीर से हुई थी। निकाह के कुछ साल बाद ही कारी बशीर अपने परिवार के साथ छत्तीसगढ़ जाकर बस गया था।
मौत से पहले के आरोप
स्थानीय लोगों और परिजनों के अनुसार, सलमा गर्भवती थी और उसकी मौत से एक दिन पहले यानी 11 जुलाई को पति कारी बशीर से किसी महिला को लेकर उसका विवाद हुआ था। मोहल्ले वालों ने बताया कि इसी रात कारी बशीर ने सलमा को बुरी तरह पीटा। आरोप है कि उसने गर्म कपड़े प्रेस करने वाले आयरन से सलमा को जलाया और फिर 12 जुलाई की सुबह उसे जबरन हार्पिक पिला दी गई। जब सलमा बेहोश हो गई तो उसकी बेटी ने पड़ोसियों को सूचित किया। पड़ोसियों ने उसे तालापारा के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद कारी बशीर ने शव को उत्तर प्रदेश में उसके पैतृक गांव लाकर दफना दिया।
मोबाइल से खुला राज, चैट्स और फोटो ने बढ़ाई सनसनी
सलमा के परिजनों ने छत्तीसगढ़ पहुंचकर सिविल लाइंस थाने में जीरो एफआईआर दर्ज कराई और बिलासपुर एसपी से संपर्क कर कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने की मांग की। एसपी के आदेश पर रामपुर पुलिस से संपर्क किया गया। इस दौरान कारी बशीर का मोबाइल फोन कुछ लोगों के हाथ लग गया, जिसे खंगालने पर कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं। फोन में एक अन्य महिला से की गई आपत्तिजनक चैट्स और फोटोज मिले, जिससे परिजनों के शक को और बल मिला कि सलमा की मौत स्वाभाविक नहीं थी।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में खोदी गई कब्र
परिजनों की मांग और एसपी विद्या सागर मिश्र के निर्देश पर डीएम के आदेश से शनिवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे कब्र को खोला गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस कार्रवाई के दौरान एसडीएम अमन देओल, सीओ बिलासपुर, और सीएचसी स्वार के प्रभारी डॉ. अजीम अहमद की मौजूदगी में पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई।
परिजनों की मांग: हो सख्त कार्रवाई
सलमा के भाई मौलाना नाजिम और रागिब ने प्रशासन से मांग की है कि पति कारी बशीर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जाए। परिजनों का कहना है कि यदि समय रहते जांच न हुई, तो साक्ष्य मिटा दिए जाएंगे और सलमा को कभी इंसाफ नहीं मिलेगा।