राजनाथ सिंह ने कहा आतंकियों को घर में घुसकर मारा
राजनाथ सिंह के भाषण के साथ इस चर्चा की शुरुआत की गई थी। उन्होंने अपने भाषण में कहा, हमने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा है। इस मिशन के जरिए हमारी सेना ने आतंकियों से हमारी माताओं बहनों के सिंदूर का बदला लिया है। इसके साथ ही पाकिस्तान से सीजफायर पर भी रक्षा मंत्री ने अपना पक्ष रखा और कहा कि हमने किसी के दबाव में यह सीजफायर नहीं किया है।
कांग्रेस के गौरव गोगोई ने किए सवाल
रक्षा मंत्री के इन दावों के जवाब में गोगोई ने उन पर इस मुद्दे से जुड़े मूल सवालों का जवाब नहीं देने का आरोप लगाया। गोगोई ने कहा, रक्षा मंत्री ने अपने भाषण में बहुत कुछ कहा, लेकिन यह नहीं बताया कि आंतकि पहलगाम में घूसे कैसे और कैसे 27 लोगों की हत्या कर पाए। उन्होंने कहा कि सरकार को और गृह मंत्री को इस सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के पीछे नहीं छिपना चाहिए। बता दे कि सिन्हा ने हाल ही सुरक्षा में चूक की बात को स्वीकार किया था और इस घटना की जिम्मेदारी ली थी।
प्रधानमंत्री पर भी उठाए सवाल
गोगोई ने अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखे वार किए। उन्होंने कहा कि हमले के समय प्रधानमंत्री सऊदी अरब में थे और वह वहां से भारत आकर और उन्होंने बिहार में चुनावी रैली के दौरान राजनीतिक भाषण दिया लेकिन वह प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने नहीं गए। उन्होंने कहा, केवल हमारे नेता राहुल गांधी ही वहां घटना से प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचे थे और सत्तारूढ़ गठबंधन के लोग उन्हें चुप कराने की कोशिश कर रहे थे।
युद्धविराम को लेकर सरकार को घेरा
गोगोई ने अपने भाषण के दौरान कहा, पूरा देश और विपक्ष मोदी जी के समर्थन में था लेकिन तभी अचनाक 10 मई को हमें पता चलता है कि युद्धविराम हो गया। हम मोदी जी से यह जानना चाहते है कि अगर पाकिस्तान घुटने टेकने को तैयार था तो हम रुके क्यों और किसके सामने आत्मसमर्पण किया। गोगोई ने सरकार से पूछा कि इस ऑपरेशन के दौरान हमारे कितने लड़ाकू विमान गिराए गए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी जनता को और जवानों को यह बताया होगा क्योंकि उनसे झूठ बोला जा रहा है।
पांडा ने किया कांग्रेस पर पलटवार
गोगोई के सरकार पर इन हमलों पर पलटवार करते हुए बीजेपी के सांसद पांडा ने भी कांग्रेस की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, कांग्रेस की सरकार में लगभग हर दिन भारत में ऐसे पाकिस्तान प्रायोजित आंतकवादी हमले होते थे। पांडा ने 2005 के दिल्ली सीरियल बम धमाकों, 2006 के वाराणसी बम धमाकों और 2008 के मुंबई हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि, तत्कालीन सरकार ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि, हमारे सशस्त्र बलों ने जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई थी लेकिन सरकार ने उन्हें इजाजत नहीं दी। पांडा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने दशकों से भारत के हितों को बार-बार आत्मसमर्पण किया है।