चीखते हुए बाहर भागे बच्चे, स्टाफ और ग्रामीण पहुंचे मौके पर
सुबह जब बच्चे रोज़ की तरह विद्यालय पहुंचे और कुछ छात्र शौचालय की ओर गए, तभी उनकी नजर एक काले चमचमाते कोबरा पर पड़ी। खतरनाक सांप को देखते ही बच्चों की चीख निकल गई। उनकी घबराहट और चीख-पुकार सुनकर स्कूल का स्टाफ भी तुरंत मौके की ओर दौड़ा। देखते ही देखते पूरे स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। बच्चों की चीखें सुनकर आसपास के ग्रामीण भी स्कूल की ओर दौड़े चले आए। सबके मन में एक ही चिंता थी कहीं सांप ने किसी बच्चे को नुकसान तो नहीं पहुंचाया।
स्थानीय लोगों ने सूझबूझ से कोबरा को बाहर निकाला
सांप को देखकर किसी ने वन विभाग या सपेरों को बुलाने की बात की, लेकिन उससे पहले ही कुछ साहसी ग्रामीणों ने बड़ी सूझबूझ से शौचालय में छुपे कोबरा को बाहर निकाला और उसे पास के जंगल की ओर खदेड़ दिया। राहत की बात यह रही कि इस पूरे घटनाक्रम में कोई बच्चा या स्टाफ घायल नहीं हुआ।
स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पर उठे सवाल
इस घटना के बाद स्कूल प्रबंधन पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर स्कूल परिसर में नियमित साफ-सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं हैं? बारिश के मौसम में ऐसी घटनाओं की आशंका अधिक रहती है, इसके बावजूद स्कूलों में कोई सतर्कता नहीं बरती जा रही।
बरसात के मौसम में सांप निकलने की घटनाएं बढ़ीं
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से रामपुर और आसपास के इलाकों में बारिश के चलते कई जगहों पर सांप निकलने की घटनाएं सामने आई हैं। खेतों, घरों और अब स्कूलों में भी सांपों की मौजूदगी ने लोगों की नींद उड़ा दी है।
स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और अभिभावकों ने जिला प्रशासन से स्कूलों में नियमित दवाओं के छिड़काव, सफाई और सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।