हमले का विवरण
पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए इस आतंकी हमले में 28 पर्यटक मारे गए थे और कई लोग घायल हुए थे। हमलावरों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर गोलीबारी की थी, जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया। NIA ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है और आतंकियों के साथ-साथ उनके स्थानीय समर्थकों का पता लगाने के लिए दिन-रात काम कर रही है। NIA की अपील
NIA ने 7 मई 2025 को एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, “
पहलगाम आतंकी हमले की जांच में जनता का सहयोग बेहद जरूरी है। अगर आपके पास घटना से संबंधित कोई फोटो, वीडियो या अन्य जानकारी है, तो कृपया इसे हमारे साथ साझा करें। आपकी छोटी-सी जानकारी भी जांच में बड़ा सुराग साबित हो सकती है।” एजेंसी ने लोगों से गोपनीयता का भरोसा देते हुए संपर्क नंबर साझा किए हैं, जिन्हें सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों के जरिए प्रचारित किया जा रहा है।
जांच में अब तक क्या हुआ?
NIA ने अब तक 2800 से अधिक लोगों से पूछताछ की है और 150 से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जांच में लश्कर-ए-तैयबा, पाकिस्तानी सेना और ISI की संलिप्तता के सबूत मिले हैं। इसके अलावा, स्थानीय खच्चर चालकों, जिपलाइन ऑपरेटरों और दुकानदारों से भी पूछताछ की जा रही है, क्योंकि कुछ के बयानों में विरोधाभास पाया गया है। एजेंसी ने बैसरन घाटी की 3D मैपिंग की है और सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण कर रही है।
जनता से सहयोग की उम्मीद
NIA का मानना है कि हमले के दौरान मौजूद पर्यटकों या स्थानीय लोगों के पास ऐसी तस्वीरें या वीडियो हो सकते हैं, जो आतंकियों की पहचान या उनके भागने के रास्ते को उजागर कर सकते हैं। जांच एजेंसी ने लोगों से बिना डर के जानकारी साझा करने की अपील की है और गोपनीयता का पूरा आश्वासन दिया है।
संपर्क कैसे करें?
NIA ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे जारी किए गए नंबरों पर कॉल करें या अन्य गोपनीय माध्यमों से जानकारी साझा करें। नंबर और अन्य विवरण NIA की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल @NIA_India पर उपलब्ध हैं।
देश में तनाव और सरकार की प्रतिक्रिया
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं बढ़ी हैं। केंद्र सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लिया है और जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। NIA की इस अपील से उम्मीद है कि जनता का सहयोग जांच को नई दिशा देगा और पहलगाम हमले के दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने में मदद मिलेगी।