दिल्ली में जेएनयू में छत्रपति शिवाजी महाराज सुरक्षा और सामरिक अध्ययन के लिए विशेष केंद्र के उद्घाटन समारोह पर आये सीएम फडणवीस ने कहा, “यह स्वाभाविक है कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा बोलने का अनुरोध किया जाएगा। यह गलत नहीं है। लेकिन भाषा को लेकर कोई विवाद या भाषा को लेकर किसी के साथ मारपीट करता है तो ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब भी ऐसी कोई घटना हुई है, हमने सख्त कार्रवाई की है। आगे भी अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करेगा तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे।”
हालांकि, यह ध्यान देने वाली बात है कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने इसी साल अप्रैल में भी ऐसी ही सख्त चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद राज्य में गैर-मराठी लोगों पर हमले और दुर्व्यवहार की घटनाएं थमी नहीं हैं।
ताजा मामला महाराष्ट्र के नांदेड के एक एसटी बस डिपो से सामने आया है। जहां कथित तौर पर मराठी भाषा के अपमान का आरोप लगाकर मनसे के कार्यकर्ताओं ने एक शौचालय संचालक को पीट दिया और जबरन माफी मंगवाई।
क्या है पूरा मामला?
नांदेड शहर के मुख्य एसटी बस डिपो पर उत्तर भारतीय शौचालय संचालक लोगों से 5 रुपये वसूल कर रहा था। इसको लेकर एक स्थानीय मराठी भाषी व्यक्ति की उससे बहस हो गई। इसके बाद स्थानीय व्यक्ति ने मराठी में बात करने के लिए दबाव बनाया तो शौचालय संचालक ने कहा की वह मराठी में नहीं बात करेगा, उसे हिंदी आती है। स्थानीय व्यक्ति ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाया गया और मनसे कार्यकर्ताओं को भेज दिया। अगले दिन मनसे कार्यकर्ता वहां पहुंचे और शौचालय संचालक की पिटाई की, साथ ही उससे सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
इससे पहले मुंबई की सेंट्रल लाइन की एक लोकल ट्रेन के लेडीज कोच में मराठी और हिंदी भाषा को लेकर महिला यात्रियों के बीच तीखी बहस हो गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बताया जा रहा है कि मामूली सीट विवाद से शुरू हुई बहस भाषा विवाद में बदल गई।
इसके बाद मुंबई के घाटकोपर इलाके से ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में छोटा सा होटल चलाने वाली एक महिला और कुछ लोगों के बीच मराठी बनाम हिंदी को लेकर तीखी बहस देखी जा सकती है। आरोप है कि स्थानीय लोगों के समूह ने महिला पर मराठी में बात करने का दबाव बनाया। लेकिन महिला ने साफ इनकार करते हुए हिंदी में ही बातचीत करने की जिद की। बहस के दौरान महिला ने कहा, मराठी नहीं, हिंदी में बोलो। क्या तुम भारत से नहीं हो? घटना के बाद शिवसेना उबाठा की कुछ महिला कार्यकर्ता मौके पर पहुंची और महिला से जबरन माफी मंगवाई।