जानकारी के मुताबिक, तहसीलदार सूर्यवंशी जलगांव में जिलाधिकारी के साथ एक बैठक के बाद धरणगांव लौट रहे थे। रास्ते में बांभोरी पुल से गुजरते वक्त उन्होंने देखा कि कुछ लोग नदी में अवैध रूप से रेत निकाल रहे हैं। उन्होंने बिना समय गंवाए तुरंत अपनी गाड़ी रोकी और सीधे नदी में कूद पड़े।
हालांकि नदी में उस वक्त पानी का बहाव तेज था, लेकिन सूर्यवंशी ने बिना डरे नदी में छलांग लगाई और दूसरी ओर तस्करों तक पहुंचने के लिए तेजी से तैरना शुरू कर दिया। उन्हें अपनी ओर आता देख रेत माफिया घबरा गए और वाहन समेत भाग खड़े हुए। तहसीलदार ने काफी दूर तक उनका पीछा भी किया।
रेत माफियाओं में खौफ
हालांकि इस कार्रवाई में भले ही कोई तस्कर पकड़ा नहीं जा सका, लेकिन तहसीलदार (Dharangaon Tehsildar) की यह बहादुरी पूरे प्रशासन के लिए मिसाल बन गई है। लोग तहसीलदार महेंद्र सूर्यवंशी की दबंग कार्रवाई की जमकर तारीफ कर रहे है। तो वहीं बालू माफियाओं में अब डर का माहौल है। बता दें कि जलगांव जिले में लंबे समय से अवैध रेत तस्करी एक गंभीर मुद्दा रही है। लेकिन तहसीलदार महेंद्र सूर्यवंशी जैसे अधिकारियों की सक्रियता और साहसिक कार्रवाई यह दिखाते हैं कि प्रशासन यदि ठान ले, तो किसी भी गैरकानूनी गतिविधि पर नकेल कसी जा सकती है।