इस सनसनीखेज मामले की शुरुआत इस साल अप्रैल में हुई थी, जब मुंबई के साकीनाका इलाके से एक शख्स को 52 ग्राम मेफेड्रोन के साथ पकड़ा गया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने तीन अन्य तस्करों के नाम बताए, जिनसे पुलिस ने आगे 4.53 किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद किया, जिसकी कीमत लगभग 8 करोड़ रुपये थी।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस को 25 जुलाई को एक और मुख्य आरोपी सलीम इम्तियाज शेख उर्फ सलीम लांडगा (45) को बांद्रा रिक्लेमेशन से गिरफ्तार किया। पुलिस उपायुक्त (जोन-10) दत्ता नलवाडे ने बताया, “पूछताछ में सलीम ने खुलासा किया कि मैसूरु के रिंग रोड पर एक इमारत है, जो बाहर से होटल और गैराज जैसी दिखती है, लेकिन असल में वहां अवैध मेफेड्रोन फैक्ट्री चलाई जा रही थी।”
पुलिस ने 26 जुलाई को मैसूरु में छापा मारकर शेख समेत तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया और भारी मात्रा में ड्रग्स जब्त की। यह मेफेड्रोन मुंबई और आस-पास के जिलों में सप्लाई किया जा रहा था। पुलिस अब इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है और जांच जारी है। यह कार्रवाई मुंबई पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल (ANC) के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।