26.34 लाख लाभार्थी अपात्र
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 14000 पुरुष फर्जी दस्तावेजों के जरिये लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) का फायदा ले रहे थे। फिलहाल लाडकी बहीन योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) योजना में शामिल पुरुषों की संख्या का आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया है। हालांकि सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है। मंत्री अदिति तटकरे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना (Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana) के अंतर्गत पात्र सभी आवेदनों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने शासन के सभी विभागों से जानकारी मांगी थी। इसमें खुलासा हुआ कि लगभग 26.34 लाख लाभार्थी अपात्र होते हुए भी लाडकी बहन योजना का लाभ उठा रहे थे।
2.25 करोड़ पात्र लाभार्थियों को मिला पैसा
तटकरे ने बताया कि जांच में सामने आया है कि कुछ लाभार्थी एक से अधिक योजनाओं का लाभ ले रहे थे, कुछ परिवारों में दो से अधिक लाभार्थी पाए गए, और कुछ स्थानों पर पुरुषों द्वारा आवेदन किए जाने की बातें भी सामने आई हैं। इस जानकारी के आधार पर जून 2025 से इन 26.34 लाख आवेदकों का लाभ अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, करीब 2.25 करोड़ पात्र लाभार्थियों को जून 2025 माह की सम्मान निधि वितरित कर दी गई है।
कानूनी कार्रवाई पर जल्द होगा फैसला
उन्होंने आगे बताया, जिन 26.34 लाख लाभार्थियों का लाभ अस्थायी रूप से रोका गया है, उनकी जानकारी संबंधित जिलाधिकारियों के माध्यम से दोबारा जांची जाएगी, और जो लाभार्थी पात्र पाए जाएंगे, उन्हें फिर से योजना का लाभ शुरू किया जाएगा। वहीँ, इस योजना में सरकार को गुमराह कर फर्जी तरीके से लाभ लेने वाले लाभार्थियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए, इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ चर्चा कर उचित निर्णय लिया जाएगा।
डिप्टी CM बोले- वसूलेंगे रकम
इससे पहले उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र सरकार की लाडकी बहिन योजना का धोखाधड़ी कर फायदा उठाने वाले पुरुषों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उन्हें दी गई राशि वसूल की जाएगी। पुणे में शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा, ‘‘लाडकी बहिन योजना गरीब महिलाओं की मदद के लिए शुरू की गई थी। पुरुषों को इसका लाभार्थी बनाने का कोई कारण नहीं है। हम उन्हें दिया गया पैसा वापस लेंगे। अगर वे सहयोग नहीं करते हैं, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘सरकारी नौकरी करने वाली कुछ महिलाएं भी लाभार्थी बन गई थीं, लेकिन हमने उनके नाम हटा दिए। जैसे-जैसे हम योजना के कामकाज की समीक्षा करते रहेंगे, हम ऐसे नाम हटाते रहेंगे।’’ मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीन योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह सहायता मिलती है तथा पात्रता हेतु निश्चित वार्षिक पारिवारिक आय समेत कुछ शर्तें रखी गयी हैं। यह योजना पिछले साल अगस्त में शुरू हुई थी। अब तक पात्र महिलाओं को 12 किस्तों में कुल 18000 रुपये मिल चुके हैं। जबकि जुलाई माह की 1500 रुपये की 13वीं किस्त का इंतजार लाभार्थी महिलाएं कर रही हैं।