पति निधन के बाद अकेले ही की परवरिश
45 वर्षीय ऊषा सिंह, पति की मौत के बाद अकेले ही बेटी की परवरिश कर रही थी। ऊषा की नाबालिग बेटी 14 साल की है। शनिवार-रविवार की रात को ऊषा देवी अपनी ही नाबालिग बेटी का शिकार बन गई। 14 साल की नाबालिग बेटी ने अपने मुस्लिम प्रेमी के साथ मिलकर मां की हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने ऊषा के शव से एक-एक कपड़ा हटा दिया।
रेप के बाद हत्या दिखाने की कोशिश
ऊषा की हत्या को मुस्लिम प्रेमी और नाबालिग लड़की हत्या दिखाना चाहते थे। इसीलिए दोनों ने उसके शव पर एक भी कपड़ा नहीं छोड़ा। पूरी प्लानिंग कुछ इस हिसाब से की थी कि ऊषा ने अपने ही प्रेमी या किसी मित्र को बुलाया और उसने उसके साथ रेप करने के बाद हत्या की। मृतक ऊषा देवी के भाई ने पुलिस को सूचना दी कि उसकी भांजी और प्रेमी ने मिलकर बहन की हत्या कर दी है। शुरुआत में नाबालिग बेटी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपनी मां के एक पुरुष मित्र पर दुष्कर्म और हत्या का झूठा आरोप लगाया. लेकिन पुलिस की गहन जांच और फॉरेंसिक टीम की मदद से सच्चाई सामने आ गई. पुलिस ने बताया कि नाबालिग लड़की और उसके प्रेमी को हिरासत में ले लिया गया है. इसके बाद पूरा मामला खुलकर सामने आ गया.
प्रेमी से निकाह करना चाहती थी बेटी
बताया जा रहा है कि साल 2024 में ही नाबालिग युवती अपने मुस्लिम प्रेमी के साथ भाग चुकी है। वह उसके साथ ही शादी करना चाहती थी। मगर ऊषा देवी को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। भागने के बाद पुलिस ने दोनों को बरामद भी कर लिया था। तभी से आरोपी प्रेमी महिला से नफरत करता था। दूसरी तरफ ऊषा देवी भी बेटी पर सख्त नजर रखती थी और उसके मिलने-आने जाने पर रोक लगा दी थी। इसी से तंग आकर बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही मां की हत्या की साजिश रच डाली। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया है। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की गई है। दोनों को बाल सुधार गृह भेजा जा रहा है।