‘आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक मोड़ पर हमारी लड़ाई’, भारत-पाक तनाव के बीच केंद्रीय मंत्री शेखावत का बड़ा बयान
Gajendra Singh Shekhawat: शेखावत ने कहा, “हमें हमारे पास उपलब्ध संसाधनों का संतुलित उपयोग सुनिश्चित करते हुए कार्य करना है। संकट की घड़ी में हमारी एकजुटता और समन्वय ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।”
Gajendra Singh Shekhawat on Pakistan: जोधपुर । केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मौजूदा स्थिति को लेकर रविवार को जोधपुर में हाई लेवल मीटिंग ली है। यह बैठक कलेक्ट्रेट में स्थित अटल सेवा केंद्र में हुई। इस दौरान मंत्री ने पाकिस्तान और भारत के बीच चल रहे तनाव को लेकर सजगता और सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए। साथ ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई निर्णायक मोड़ पर है।
बैठक में मिलिट्री हॉस्पिटल, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज, एम्स, रेलवे हॉस्पिटल सहित सभी प्रमुख संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में “सिंक्रोनाइज्ड रिस्पॉन्स” और अत्याधुनिक चिकित्सा संसाधनों की तत्पर उपलब्धता सुनिश्चित करना था।
ऑपरेशन सिंदूर पर बोले शेखावत
बैठक के दौरान मंत्री ने कहा कि ऑपरेश सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को बुरी तरह से बर्बाद किया है। इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना की सराहना की। साथ ही मंत्री ने जिले में चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर सभी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। इस बैठक का उद्देश्य आपातकाल में चिकित्सा सुविधा दुरुस्त रखना था।
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हर अस्पताल में नोडल अधिकारी की तैनाती
केंद्रीय मंत्री ने निर्देश दिए कि जिले के सभी प्रमुख अस्पतालों में एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए, जो संकट की स्थिति में समन्वय का कार्य करेंगे। साथ ही जिला प्रशासन से भी प्रत्येक अस्पताल के लिए एक-एक वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त करने के निर्देश दिए ताकि प्रशासनिक और चिकित्सकीय समन्वय में कोई बाधा न आए।
मंत्री शेखावत ने बैठक में विस्तार से मेडिकल इक्विपमेंट्स, रक्त की उपलब्ध यूनिट्स, बेड्स, आईसीयू संसाधन और एम्बुलेंस सेवाओं की समीक्षा की और निर्देश दिए कि सभी संस्थान किसी भी समय फुल अलर्ट मोड में रहकर कार्य करें।
जिला कलक्टर ने दी तैयारियों की विस्तृत जानकारी
बैठक में जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि जिले में सभी चिकित्सा संस्थानों में एम्बुलेंस, मेडिकल स्टाफ, आवश्यक उपकरण, रक्त यूनिट्स एवं दवाइयों का प्राकृतिक आपदा/आक्रमण जैसी आपातकालीन स्थितियों के अनुरूप पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों के साथ लगातार मॉक ड्रिल और क्विक रिस्पॉन्स टीम्स को सक्रिय रखा गया है।
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सीमावर्ती जिलों में बैठक कर रहे मंत्री
मीडिया से बाचतीत के दौरान मंत्री ने कहा कि “सीजफायर के बावजूद उल्लंघन की घटनाएं हो रही हैं, ऐसे में हमें अत्यधिक सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि “शांति के प्रयासों के बीच यदि तनाव बढ़ता है तो हमें उसी स्तर की सैन्य व नागरिक तैयारियां रखनी होंगी जैसी युद्ध की परिस्थितियों में की जाती हैं। शेखावत ने कहा कि उन्होंने जोधपुर, फलौदी, जैसलमेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती जिलों में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकें की हैं ताकि एक एकीकृत रणनीति तैयार की जा सके।