झुंझुनू जिला कलेक्टर ने जारी किया बयान
झुंझुनू जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने बताया कि चिड़ावा और जिले के अन्य हिस्सों में संदिग्ध वस्तुओं के आसमान में दिखने की सूचना के बाद ब्लैकआउट लागू किया गया था। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की, “घबराएं नहीं, सतर्क रहें।” बाद में स्थिति सामान्य होने पर ब्लैकआउट हटा लिया गया। कलेक्टर ने यह भी कहा कि अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखे, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन, पुलिस कंट्रोल रूम या जिला प्रशासन को सूचित करें। जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में सोमवार रात 10 से 12 संदिग्ध ड्रोन देखे गए, जिसके बाद भारतीय वायुसेना ने अपने रक्षा तंत्र को सक्रिय कर दिया। सांबा, कठुआ, राजौरी और जम्मू के कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू किया गया। माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर और इसके तीर्थ पथ पर भी एहतियातन रोशनी बंद कर दी गई। सेना के सूत्रों ने बताया, “सांबा सेक्टर में तुलनात्मक रूप से बहुत कम संख्या में ड्रोन आए। उन्हें निष्क्रिय किया जा रहा है।” सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में कोई शत्रु ड्रोन भारतीय क्षेत्र में नहीं देखा जा रहा है और स्थिति शांत और पूर्ण नियंत्रण में है।
PM के राष्ट्र के नाम संबोधन के तुरंत बाद दिखे ड्रोन
यह घटनाक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के तुरंत बाद हुआ, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया था। संबोधन के कुछ ही मिनटों बाद सांबा में ड्रोन गतिविधियां दर्ज की गईं। इसके अलावा, पंजाब के होशियारपुर और अमृतसर में भी ड्रोन की संभावित मौजूदगी की खबरों के बाद ब्लैकआउट लागू किया गया। अमृतसर में हवाई हमले की चेतावनी सायरन बजाए गए, जबकि होशियारपुर के दसूया और मुकेरियन उपखंडों में बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी गई। सेना के सूत्रों ने बताया कि जम्मू, सांबा, अखनूर और कठुआ में प्रारंभिक ड्रोन दृश्यों के बाद अब कोई नई गतिविधि नहीं देखी गई है। साथ ही, भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ किसी भी आक्रामक या शत्रुतापूर्ण कार्रवाई से बचने की प्रतिबद्धता जताई है। सूत्रों के अनुसार, इस समझौते का पालन किया जा रहा है और सीजफायर की स्थिति बनी हुई है।
पंजाब के जालंधर में भी ड्रोन की संभावित मौजूदगी की जांच की जा रही है, लेकिन जालंधर के उपायुक्त हिमांशु अग्रवाल ने कहा, “सुरनस्सी के कुछ क्षेत्रों में ड्रोन की खबरों की पुष्टि के लिए जांच चल रही है। अभी पूर्ण ब्लैकआउट नहीं है और सशस्त्र बलों ने स्थिति सामान्य होने की पुष्टि की है।”
यह घटनाक्रम भारत-पाकिस्तान सीमा पर हाल के तनावों और ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति को दर्शाता है, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। सेना और स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। स्थिति पर नजर रखने के लिए सुरक्षा बल पूरी तरह तैयार हैं, और सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।